दहेज हत्या की शिकायत पर चिता से उठवाया शव
दमकल की मदद से बुझाई चिता की आग शव का कराया पोस्टमार्टम पति सहित छह ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट।
संवाद सूत्र, हाथरस : सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला मसंद में मंगलवार दोपहर दहेज के लिए विवाहिता की हत्या कर शव जलाने की सूचना पर पुलिस ने जलती चिता से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चिता की आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की मदद ली गई। मृतका के भाई ने उसके पति सहित छह ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
ग्रीश सिंह निवासी गांव गंभीरपुर थाना पिलुआ, जिला एटा ने बताया है कि उन्होंने बहन पिंकी की शादी 25 अप्रैल 2015 को नगला मसंद निवासी सुभाषचंद्र से की थी। ससुरालीजन दहेज से नाखुश थे और प्लॉट खरीदने के लिए दो लाख रुपये मांग रहे थे। मांग पूरी न होने पर पिकी का शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न करने लगे। इस बीच पिकी ने दो पुत्रों को जन्म दिया मगर उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो दो वर्ष पूर्व पिकी के ससुरालीजनों को एक बाइक दी थी। बावजूद इसके रुपयों की मांग करते रहे। उनका आरोप है कि मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे दहेजलोभियों ने पिकी की हत्या कर दी। उन्हें सूचना दिए बगैर उसके शव को गांव के ही शमशान में जलाना शुरू दिया। गांव के लोगों से उन्हें खबर मिली तब पुलिस को सूचना दी। अपने स्वजन समेत वे बहन के गांव पहुँचे। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र सिंह व तहसीलदार टीपी सिंह पुलिस बल के साथ पहुँच गए थे। पुलिस ने पिकी के शव को जलती चिता से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इस मामले में पिंकी के पति सुभाष चन्द्र, जेठ हरिशंकर, ससुर कंचन सिंह, सास रामप्यारी, देवर संतोष, ननद रिकी को नामजद किया है। पुलिस के पहुंचते ही ससुराली मौके से भाग गए थे। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।