मडराने लगा टिड्डियों का खतरा, लगाई गई 64 कर्मियों की ड्यूटी
फसलों को चट कर जाते हैं टिड्डी दल कृषि विभाग ने गांव में लगाई कर्मियों की ड्यूटी।
संवाद सहयोगी, हाथरस : फसलों पर अब टिड्डियों का खतरा मंडराने लगा है। फसलों को बचाने के लिए कृषि विभाग ने एलर्ट जारी कर दिया है। इसके तहत किसानों को टिड्डियों के प्रति जागरूक करने के लिए सभी 64 न्याय पंचायतों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
हर साल इस सीजन में टिड्डियों का हमला होता है। यह टिड्डी राजस्थान के जैसलमेर, बाडमेर सहित अन्य स्थानों से मथुरा, आगरा व अलीगढ़ के रास्ते जिले में प्रवेश करते हैं। यह टिड्डियां लाखों की संख्या में होती हैं। फसलों की रक्षा के लिए कृषि विभाग को इसके आने की सूचना पहले ही मिल जाती है। इसके चलते विभागीय अधिकारियों शासन स्तर से अलर्ट कर दिया जाता है। जिले में सभी 64 न्याय पंचायतों कृषि विभाग द्वारा टीम गठित कर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं। पिछली बार अधिकारी व कर्मचारियों ने रात-रात भर जागकर टिड्डियों का सफाया करने के लिए अभियान चलाया था।
टिड्डी दल में हजारों टिड्डियां होती हैं। कई दल एक साथ चलते हैं। इनमें हरी व पीली टिड्डियां अधिक खतरनाक होती हैं। यह टिड्डीदल जब एक साथ खेत में उतरते हैं तो सैकड़ों बीघा फसल पल में चट कर जाते हैं। इनसे इस समय बाजरा, मक्का, मूंग, उड़द, हरी सब्जियों की फसलों को खतरा है। यह रात्रि विश्राम के दौरान जिस पेड़ पर रुकते हैं उसकी पत्तियों को चट कर जाते हैं। टीन या थाली बजाने से भागते हैं
टिड्डी दल से फसलों को बचाने के लिए ऐसे में उनकी सुरक्षा बहुत जरूरी है। दूर से ही टिड्डी दल दिखने पर टीन, थाली या को जोर की आवाज करने वाले यंत्र बजाने से यह वहां नहीं उतरते। कृषि उपनिदेशक एचएन सिंह बताते हैं कि क्लोरोपायरीफास का 500 लीटर पानी में एक लीटर मिलाकर छिड़काव करने से टिड्डियों से फसल सुरक्षित रहती है।