पहचान के लिए दंपती और बच्चे का डीएनए टेस्ट होगा
छह दिन पहले हाथरस में बैग में मिला था छह माह का मासूम बदायूं के दंपती ने अपना बचा होने का किया दावा लिए गए सैंपल।
जासं, हाथरस : छह दिन पहले बैग में मिला छह माह का मासूम अभी जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती है। इस बीच बदायूं के दंपती ने अपना बच्चा होने का दावा किया है। पहचान के लिए बच्चा और दंपती का डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है। गुरुवार को तीनों का सैंपल जांच के लिए आगरा की लैब में भेजा गया है।
नौ अक्टूबर की सुबह इगलास रोड बाइपास पर झाड़ियों में स्कूल बैग में छह माह का मासूम मिला था। गांव के ही व्यक्ति ने बच्चे को अपने घर ले जाकर पुलिस को सूचना दी थी। लिखा-पढ़ी के बाद बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सुपुर्दगी में दे दिया गया। गले पर चोट के निशान और इन्फेक्शन के कारण बच्चा जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती है।
इधर चार दिन पहले बदायूं के थाना कुंवरगांव के गांव कल्लिया काजमपुर निवासी नेम सिंह और उनकी पत्नी कन्यावती हाथरस आए थे। दंपती का दावा था कि यह बच्चा उनका है। नेम सिंह ने पुलिस को बताया था कि तीन अक्टूबर को उनका पांच माह का बेटा आयुष मां के साथ सो रहा था। रात में 12 बजे मां की आंख खुली तो बच्चा चारपाई पर नहीं था।
बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट कोतवाली कुंवरगांव में लिखाई है। वहां की पुलिस विवेचना कर रही है। दंपती ने हाथरस पुलिस को जो फोटो दिखाया वह हाथरस में मिले बच्चे से अलग प्रतीत हो रहा है। अब बदायूं के अधिकारियों के डीएनए टेस्ट की अनुमति के बाद दंपती हाथरस आए। बच्चे और दंपती का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लेकर आगरा जांच के लिए भेज दिया गया। टेस्ट की रिपोर्ट के बाद ही बदायूं के दंपती का दावे की हकीकत साफ हो सकेगी। इनका कहना है
डीएनए टेस्ट के लिए बदायूं की पुलिस दंपती को लेकर आई थी। बच्चा और दंपती का सैंपल लेकर आगरा भेजा गया है। रिपोर्ट के बाद ही बच्चे की पहचान साफ हो सकेगी।
डा. सूर्यप्रकाश, सीएमएस, जिला अस्पताल हाथरस