बारिश के व्यवधान में भी नंदोत्सव का उल्लास

मंदिरों में पुजारियों ने नंदोत्सव की औपचारिकता पूरी की मगर घरों में विशेष आयोजन बांटे गए खिलौने

By Edited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 12:53 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 12:53 AM (IST)
बारिश के व्यवधान में भी नंदोत्सव का उल्लास
बारिश के व्यवधान में भी नंदोत्सव का उल्लास

हाथरस जेएनएन : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन जनपद में नंदोत्सव की धूम रही। कोरोना के बाद बारिश के व्यवधान से भी श्रद्धालुओं के उल्लास में कोई कमी नहीं आई। मंदिरों में बड़े आयोजन तो नहीं हुए मगर तमाम भक्तों ने घरों पर ही नंदोत्सव मनाया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के दूसरे दिन नंदोत्सव मनाया जाता है। आयोजनों में हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भये जय कन्हैया लाल की, आदि बधाई गीत गाते हुए उपहार बांटे गए। 

 मंदिरों में भी पुजारियों ने नंदोत्सव मनाया मगर कोरोना के कारण भक्तों के लिए बंदिशें लागू रहीं। शहर के रूई की मंडी स्थित कन्हैया जी मंदिर, गो¨वद भगवान मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में नंदोत्सव के आयोजन हुए। इस मौके पर बच्चों को भी कृष्ण के स्वरूप में सजाकर पेश किया गया। सादाबाद में ठाकुर मुरली मनोहर महादेव मंदिर में सुबह महिलाओं ने नंदोत्सव का आयोजन किया। यहां जमकर बधाई गीत गाए गए। श्रद्धालुओं ने उपहार वितरित किए। बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लेकर मटकियां फोड़ीं। सिकंदराराऊ में घर-घर भजन कीर्तन एवं बाल स्वरूप में सजे बाल गोपाल एवं वासुदेव आदि की झांकियां मन मोह रही थीं। क्षेत्र के गांव कपसिया में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर जैसे ही कन्हैया ने जन्म लिया तो जय गोपाला, जय नंदलाला के जयकारों से पूरा गांव गुंजायमान हो उठा। नगर में रात्रि को नन्हे अभय नेहरू ने वासुदेव की झांकी प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। अपने सिर पर बाल गोपाल को लेकर गोकुल पहुंचाने की लीला ने मन मोह लिया। बालकृष्ण की लीला में ख्वाहिश वाष्र्णेय की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई।  

chat bot
आपका साथी