गोशाला में बदहाली : तीसरे दिन भी नहीं टूटी प्रशासन की नींद

प्रशासन की बेपरवाही पर उठने लगे हैं सवाल व्यवस्थाएं बनाने में नाकाम हैं जिम्मेदार।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 01:04 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 01:04 AM (IST)
गोशाला में बदहाली : तीसरे दिन भी नहीं टूटी प्रशासन की नींद
गोशाला में बदहाली : तीसरे दिन भी नहीं टूटी प्रशासन की नींद

संसू, हाथरस : सासनी की पराग डेयरी में बनी अस्थाई गोशाला में तीसरे दिन मंगलवार को भी इलाज के अभाव में गोवंश तड़पते और दम तोड़ते रहे। स्थानीय प्रशासन ने मीडिया को गोशाला में जाने से रोक दिया है मगर मंगलवार को जब कुछ समाजसेवी गोवंश का हाल जानने पहुंचे तो गोवंश की दशा पता चली।

स्थानीय प्रशासन ने सच्चाई पर पर्दा डालने के लिए पराग डेयरी में बनी अस्थाई गोशाला में मीडिया का प्रवेश रोक रखा है। भूख-प्यास से तड़प रहीं गायों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। सवाल उठ रहा है कि आखिर पराग डेयरी की अस्थाई गोशाला में ऐसा क्या है, जिसे प्रशासन छिपाना चाहता है।

दरअसल, चार दिन पहले इस अस्थाई गोशाला में भूख प्यास से तड़प कर दम तोड़ते गोवंश की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने में लग गया। मंगलवार की सुबह एवीबीपी के पूर्व नगर मंत्री अर्चित गौतम सहयोगियों की टीम के साथ गोशाला गए तो वहां एक लाचार, जीवित गोवंश को कौआ नोच रहे थे। प्रशासन की लापरवाही की शिकायत करने की बात अर्चित ने मीडया से कही है।

गोशाला में तड़पते मिले गोवंश

फोटो- 25

संसू, सिकंदराराऊ : क्षेत्र के गांव नगला ब्राह्मण स्थित सरकारी गोशाला में मृत गायों की सूचना पर कर्मयोग सेवा संघ के संस्थापक विवेकशील राघव व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के जिलाध्यक्ष संजय यादव एडवोकेट पहुंचे। आरोप है कि काफी नोकझोंक के बाद चौकीदार ने गोशाला का गेट खोला। अंदर जाने पर गोशाला की स्थिति काफी दयनीय मिली। चार गोवंश तड़प रहे थे। उपजिलाधिकारी को फोन कर जानकारी दी। उपजिलाधिकारी ने एक टीम नायब तहसीलदार के नेतृत्व में गठित करके मौके पर भेजी। काफी देर बाद डॉक्टर और पंचायत सेक्रेटरी लवकेश वहां पहुंचे और जांच की औपचारिकता निभाई। विवेकशील राघव ने बताया कि चारे के नाम पर सूखा भूसा गायों को खिलाया जाता है। चारा और दाना उपलब्ध नहीं मिला। इस अवसर पर कुलवीर यादव, सोमेश यादव, हिमांशु दीक्षित एडवोकेट. अजय वर्मा, अनोखे लाल, कन्हैया लाल उपस्थित रहे।

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