स्वर्णकार से लूट का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

पिछले दिनों जोगिया बाइपास के पास बाइक सवार बदमाशों ने की थी लूटपाट।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Jul 2021 11:57 PM (IST) Updated:Sun, 04 Jul 2021 11:57 PM (IST)
स्वर्णकार से लूट का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
स्वर्णकार से लूट का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, हाथरस : पिछले दिनों जोगिया बाइपास होते हुए घर लौट रहे स्वर्णकार से तमंचे के बल पर लूटपाट की गई थी। कोतवाली हाथरस गेट पुलिस व एसओजी ने रविवार तड़के भुठभेड़ के बाद तीन बदमाशों को दबोचकर लूट का पर्दाफाश किया। लुटेरों के कब्जे से लूट का माल भी बरामद किया है। लुटेरों में एक मथुरा, एक अलीगढ़ और तीसरा हाथरस का है।

गांव जोगिया निवासी हरिओम की कोटा में सोने-चांदी के आभूषणों की दुकान है। 24 जून की शाम को दुकान बंद करके हरिओम अपने भाई कुलदीप के साथ गांव लौट रहे थे। जोगिया बाइपास के पास दो मोटर साइकिलों पर आए चार बदमाशों ने तमंचे के बल पर उनसे लूटपाट की थी। हरिओम ने कोतवाली हाथरस गेट में रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस अधीक्षक सभागार में रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि रविवार तड़के मुखबिर ने सूचना दी थी कि स्वर्णकार से लूट के माल को बदमाश रुहेरी में बेचने की फिराक में हैं। सूचना के बाद एसओजी व हाथरस गेट पुलिस ने गांव रुहेरी के पास बदमाशों को घेरा। पुलिस मुठभेड़ के बाद तीन संदिग्धों को पकड़ा गया। जिन्होंने पूछताछ के दौरान स्वर्णकार से की गई लूटपाट की वारदात को कबूल लिया। पुलिस ने बदमाशों के पास से दो तमंचे व कारतूस के अलावा लूटे गए दस हजार रुपये, सोने के जेवरात के अलावा मोबाइल फोन भी बरामद किया।वारदात में प्रयुक्त की गई मोटर साइकिल भी बरामद की गई। पकड़े गए बदमाश हमवीर सिंह निवासी नगला उदय सिंह थाना बल्देव (मथुरा), नंदकिशोर निवासी बेसवां, थाना इगलास (अलीगढ़) तथा भूपेंद्र निवासी सुसावली, मुरसान हैं।

रेकी के बाद दिया गया

वारदात को अंजाम

लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले भूपेंद्र ने कई दिन तक रेकी की थी। हमवीर व भूपेंद्र आपस में रिश्तेदार हैं। लाकडाउन के समय हमवीर जेल भी गया था। कुछ समय पहले ही जेल से छूटा है। भूपेंद्र ने स्वर्णकार की रेकी करने के बाद हमवीर को पूरी जानकारी दी, ताकि कुछ रुपये उसे भी लूट के बाद मिल सकें। मथुरा जिले में हमवीर के खिलाफ लूट सहित कई धाराओं के सात मुकदमे पंजीकृत हैं। रेकी के बाद ही लूट के लिए 24 जून का दिन चुना। शाम को जैसे ही स्वर्णकार दुकान बंद करके गांव के लिए निकला, बदमाश उसके पीछे हो लिए। जोगिया बाइपास के निकट आंधी-बारिश आने पर जैसे ही स्वर्णकार अपने भाई के साथ रुका, बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया और भाग गए।

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