सपाइयों की पुलिस से झड़प, हंगामा

भाजपाइयों को बूलगढ़ी क्यों जाने दिया हमें क्यों रोका जा रहा है सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल प्रधान की पुलिस से नोकझोंक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 02:18 AM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 02:18 AM (IST)
सपाइयों की पुलिस से झड़प, हंगामा
सपाइयों की पुलिस से झड़प, हंगामा

जागरण संवाददाता, हाथरस : बूलगढ़ी मामले को लेकर विपक्षी दलों को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। बुधवार की दोपहर में बूलगढ़ी जाने की कोशिश की तो उनको पुलिस ने रोक लिया। इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर एएसपी आ गए तो कार्यकर्ताओं की उनसे झड़प शुरू हो गई। गांव में प्रवेश न करने देने पर कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए।

सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल प्रधान हाथरस में मंगलवार की शाम को ही आ गए थे और कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने कैंडल मार्च बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर निकाला। वे पुलिस प्रशासन के रवैये से बेहद नाराज थे। बुधवार की दोपहर जब एक बजे बूलगढ़ी जाने को बढ़ रहे थे तभी गांव के रास्ते पर लगे बैरियर पर उनको सख्ती से रोक दिया गया था। इससे क्षुब्ध कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे की स्थिति देख एएसपी प्रकाश कुमार वहां आ गए और कहा कि प्रशास ने गांव जाने पर रोक लगा दी है। लोगों के गांव जाने से माहौल खराब हो सकता है। इस पर अतुल प्रधान ने कहा कि जब सरकार के मंत्री और सांसद गांव जा सकते हैं तो उन्हें क्यों रोका जा रहा है। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प भी हुई। इसी के साथ सपा कार्यकर्ता वहां अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। सपाइयों की मांग है कि पीड़िता के परिवार को एक करोड़ की मदद मिले, परिवार के एक सदस्य को सरकार नौकरी दें। डीएम और एसपी को फौरन यहां से हटाया जाए। अनशन पर बैठने वालों में एमएलसी जसवंत सिंह, ओमवती यादव, रामनारायण काके, संजीव यादव, पंकज यादव, पप्पू प्रधान, रंजीत चौधरी, कुंवर बहादुर बघेल, कासिफ आबिद, इंदु यादव, मनोज यादव, पूजा गौतम आदि थीं। बूलगढ़ी जाएंगे अखिलेश के दूत

बूलगढ़ी प्रकरण की हकीकत जानने को लखनऊ से एक प्रतिनिधिमंडल को गुरुवार को बूलगढ़ी भेजा जा रहा है। प्रतिधिमंडल में सर्वेश कुमार, विनोद सविता, ठा.राकेश सिंह पूर्व विधायक, रामकिशोर सिंह आदि हैं।

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