छह मौतों से दहशत, पलायन को मजबूर
प्रधानी के एक प्रत्याशी पर लगाया शराब जहरीली बनाने का आरोप पुलिस प्रशासन ने पलायन की बात को किया खारिज जांच करेंगे।
संवाद सहयोगी, हाथरस : कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र में नगला सिघी और नगला प्रहलाद में छह लोगों की मौत के बाद दहशत का साया है। यहां के वाशिदों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है जिसमें आरोप लगाया है कि प्रधानी के चुनाव में वोट नहीं देने पर एक प्रत्याशी ने जहरीली शराब उनके परिवारों को दी है। पत्र में लिखा है कि कुछ परिवार गांव से पलायन कर गए हैं। अगर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो पूरा गांव पलायन को मजबूर होगा। इधर, बुधवार को गांव से पकड़े गए आरोपित रामहरी को पुलिस ने गुरुवार को जेल भेजवा दिया।
नगला सिघी और नगला प्रह्लाद ग्राम पंचायत नगला दया के मजरे हैं। नगला दया के तीन प्रत्याशी प्रधानी के चुनाव में खड़े हैं। तीनों ही जाट बिरादरी के हैं। नगला सिघी और प्रह्लाद के ग्रामीणों की ओर से सीएम को लिखे पत्र में कहा गया है कि प्रधानी के एक प्रत्याशी ने चुनाव से पहले धमकी दी थी कि अगर उन्हें वोट नहीं दिए तो परिणाम अच्छा नहीं होगा। आरोप है कि चुनाव के बाद उस दबंग प्रत्याशी को लगा कि सिघी समाज के लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया है। इसी के चलते उक्त प्रत्याशी ने पूजा के लिए मंगाई गई शराब को रामहरी के साथ मिलकर जहरीली बनवाया। उस शराब को पीने से छह लोगों की मौत हो गई। आठ लोगों का उपचार चल रहा है। पत्र में लिखा है कि गांव के कुछ लोग दहशत में पलायन कर गए हैं। अगर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो पूरा गांव पलायन को मजबूर होगा। ग्रामीणों के अनुसार सत्यपाल, नटिया, गुलाब, नन्ने, आदि के परिवार के लोग गांव से पलायन कर गए हैं। आठ लोगों की हालत सामान्य
शराब पीने से तबीयत बिगड़ने पर ईश्वरी, रामबाबू, नरेश, जानू, नटिया, कृष्णा, बन्ना, लेखराज का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। उनके इलाज पर पुलिस और अधिकारियों की नजर बनी हुई है। एसपी ने बताया के अब सभी की हालत सामान्य है।
इनका कहना है -
मुकदमे में नामजद आरोपित को जेल भेज दिया गया है। गांव में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं। दहशत या पलायन के संबंध में किसी ग्रामीण ने मौखिक या लिखित शिकायत नहीं की है, न ही किसी ने पलायन किया है। पलायन की बात राजनीति से प्रेरित हो सकती है। मामले की जांच कराई जा रही है।
विनीत जायसवाल, एसपी हाथरस।