सोने-चांदी के आभूषण के साथ खनकेंगे चांदी के सिक्के

जासं हाथरस धनतेरस पर धातु के सामान की खरीद को शुभ माना जाता है। लोहे से लेकर सोने व

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 12:19 AM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 12:19 AM (IST)
सोने-चांदी के आभूषण के साथ खनकेंगे चांदी के सिक्के
सोने-चांदी के आभूषण के साथ खनकेंगे चांदी के सिक्के

जासं, हाथरस : धनतेरस पर धातु के सामान की खरीद को शुभ माना जाता है। लोहे से लेकर सोने व चांदी के आइटम खरीदे जाते हैं। महंगाई के बावजूद लोग परंपराओं को निभाते हुए अपनी जरूरत के हिसाब से खरीदारी करेंगे। इसके लिए बाजार में हर सामान की वैरायटी के साथ गुणवत्ता का माल उपलब्ध है।

सोने व चांदी के आभूषणों में सोने की गिन्नी व सिक्के के अलावा चांदी के सिक्के व लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति की अधिक खरीदारी की जाती है। सिक्कों में डालर के आकार यानी चौकोर आकार के दस ग्राम और 100 ग्राम के सिक्के उपलब्ध हैं। इसके अलावा ओवल शेप(अंडाकार) व ट्राइएंगल शेप( तिकोने आकार) के सिक्के भी उपलब्ध हैं। लक्ष्मी व गणेश के सिक्के भी हैं। वहीं, लक्ष्मी-गणेश व कुबेर व अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां भी उपलब्ध हैं। पुरुषों के लिए ब्रासलेट, गले की चेन के अलावा अंगूठी व महिलाओं के लिए कड़े, चूड़ियां, जंजीर, नाक व कान के आभूषण भी आकर्षक डिजाइनों में उपलब्ध हैं। उधर, हीरे में दस हजार तक की अंगूठी के अलावा अन्य महंगे आइटम लुभा रहे हैं।

महंगाई में आर्टीफिशियल ज्वेलरी दे रही राहत

सोने व चांदी के आभूषण महंगे होने के कारण पालिश के आइटम भी पसंद किए जाते हैं। बाजार में सोने व चांदी की पालिश के अलावा पीतल व अन्य धातुओं पर गोल्डन पालिश की ज्वेलरी भी उपलब्ध हैं।

आज सजेंगी आतिशबाजी की दुकानें : बागला कालेज मैदान में आतिशबाजी की अस्थाई दुकानें सजाने को सोमवार को दिनभर अस्थाई दुकानें बनाने का काम चलता रहा ताकि मंगलवार पटाखे की दुकानें सजा सकें। परिसर में करीब 50 दुकानें इस बार लगाई गईं है।

गुरुवार को दीपावली का पर्व है। शाम को बच्चे गली और कालोनी में पटाखे छोड़ते हैं। इसलिए पटाखे खरीदने के लिए दो दिन से भीड़ पटाखा मार्केट में होगी। ऐसे में प्रशासन की ओर से दी गई अनुमति के बाद दुकानदारों ने बागला मार्केट में अपने फड़ और दुकान लगाना शुरू कर दिया है। माल की बिक्री बुधवार और गुरुवार दो दिन होगी। बागला कालेज परिसर में बनाए गए आतिशबाजी बाजार में वाहन स्टैंड के अलावा बिजली व्यवस्था भी कर ली गई है। पटाखे की दुकानों पर ग्रीन पटाखों में फुलझड़ी के अलावा हंटर, ग्राउंड चक्कर(चकई), फ्लावर पाट्स, पेंसिल व क्रेकर्स उपलब्ध होंगे। ये पटाखे पर्यावरण के साथ सेहत के लिए ज्यादा नुकसानदेय नहीं माने जाते हैं। कुछ ऐसे पटाखे भी हैं जिनके चलने पर 12 तरह की रोशनी निकलती है। अस्थाई दुकानों पर बुधवार से आतिशबाजी की बिक्री शुरू हो जाएगी।

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