बुखार से स्वास्थ्यकर्मी समेत सात लोगों की मौत
सादाबाद सहपऊ क्षेत्र में बुखार से हालात चिताजनक डेंगू के 11 केस और सामने आए।
टीम जागरण, हाथरस : जनपद में जानलेवा बुखार लोगों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। बुधवार को बुखार ने सादाबाद की स्वास्थ्यकर्मी सहित सात लोगों की जान ले ली। सादाबाद व सहपऊ क्षेत्र में हालात चिताजनक बने हुए हैं। डेंगू के 11 केस और सामने आए हैं। इन्हें मिलाकर जनपद में 244 केस हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ने से दिक्कत आ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में जाकर जलभराव वाले स्थानों की सफाई भी करा रही है।
कुरसंडा क्षेत्र में गांव अभय पुरा निवासी 62 वर्षीय बलवीर सिह को बुधवार को तेज बुखार आया। स्वजन के अनुसार उन्हें कहीं ले जाते उससे पहले उनकी मौत हो गई। गांव कुरसंडा में तीन वर्षीय भूमि पुत्री राधा कृष्ण को कई दिन पहले बुखार आया था। सादाबाद के चिकित्सक के यहां भर्ती थी। स्वजन के अनुसार स्थिति गंभीर होने पर आगरा रेफर किया गया। आगरा ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सादाबाद में तैनात हाथरस जंक्शन क्षेत्र निवासी महिला स्वास्थ्यकर्मी आरजू कई दिन से बुखार से पीड़ित थी। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को स्टाफ ने शोक अवकाश रखा। वहीं सीएचसी प्रभारी डा. दानवीर सिंह का कहना है स्वास्थ्यकर्मी मंगलवार को गिर गई थी, जिसके कारण उसे गंभीर चोट आई थी। उपचार के लिए आगरा ले गए, जहां से दिल्ली रेफर कर दिया गया था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
सहपऊ के गांव नगला मनी में बुखार से 45 वर्षीय त्रिवेणी देवी पत्नी आश बहादुर सिंह की मौत हो गई। स्वजन के अनुसार महिला को चार दिन पहले बुखार आया था। उसका सादाबाद के प्राइवेट हास्पिटल में इलाज चल रहा था। मंगलवार की सुबह अचानक तबीयत खराब होने पर स्वजन उसे इलाज के लिए आगरा ले गए, जहां मंगलवार की रात को ही मौत हो गई। महिला की मौत से पहले बुखार इसी परिवार के दो लोगों की जिदगी छीन चुका है। इस परिवार में एक महीने पहले 58 वर्षीय जितेंद्र सिंह अमीन की मौत हुई थी। दो दिन बाद ही इस परिवार में 68 वर्षीय महिला ओमवती देवी की मौत हो गई थी। इस परिवार के अन्य सदस्य जिनमें त्रिवेणी, डाली, माधुरी, संध्या, हर्ष, रोबिन, शशि, प्रिया व अन्य का इलाज आगरा में चल रहा है। बुखार से एक ही परिवार में हुई तीन मौतों से पूरे परिवार के साथ गांव में खौफ है। उधर गांव बुढ़ाइच में 50 वर्षीय ओमवती पत्नी जयंती प्रसाद की बुखार से मौत हो गई। इसी गांव के पप्पू यादव की तीन माह की बेटी की मौत बुखार से मौत हो गई। गांव फतेहउल्लापुर में बीस वर्षीय योगेश पुत्र चंद्रपाल को कई दिन से बुखार आ रहा था। उसका इलाज आगरा में चल रहा था, जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई। सासनी के गांव जिरौली समेत अन्य जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाकर बीमार लोगों को दवा वितरण भी किया। सीएमओ डा. चंद्र मोहन चतुर्वेदी का कहना है कि रोगी सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएं। वे झोलाछाप से अपना इलाज न कराएं।