छात्रवृत्ति घोटालेबाज सात स्कूल 'लापता'

वर्ष 2011 से 2013 तक 41 स्कूलों ने किया 24.92 करोड़ का घोटाला 20 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 06:08 AM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 06:08 AM (IST)
छात्रवृत्ति घोटालेबाज सात स्कूल 'लापता'
छात्रवृत्ति घोटालेबाज सात स्कूल 'लापता'

हिमांशु गुप्ता, हाथरस : हाथरस में वर्ष 2011 से 2013 तक छात्रवृत्ति घोटाला करने वाले 41 में से सात स्कूल मिल ही नहीं रहे हैं। इस फर्जीवाड़े की विवेचना कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) कानपुर ने हाल ही में इन स्कूलों को अंतिम नोटिस भेजे तो सात स्कूल जमीन पर नहीं होने की जानकारी सामने आई। इस संबंध में ईओडब्ल्यू ने स्थानीय अधिकारियों को अवगत कराया है।

पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वीरेंद्र पाल सिंह ने मदरसों सहित जिले के 41 विद्यालयों में छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के नाम पर धनराशि का बंदरबांट किया था। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के खातों के स्टेटमेंट व भौतिक सत्यापन से यह बात सामने आई कि वर्ष 2011 से 2013 तक हाथरस जनपद के 41 विद्यालयों और मदरसों में छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि दी गई। एनआइसी से प्राप्त विद्यालयवार डाटा बेस एवं एसबीआइ हाथरस के छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के खाते की समीक्षा करने पर सामने आया कि वीरेंद्र पाल सिंह द्वारा भारत सरकार की प्री मैट्रिक स्कालरशिप प्राप्त करने के लिए विभिन्न संस्थाओं के नाम फर्जी व मनमाने तरीके से फीड कर धनराशि की मांग की गई थी। इन स्कूलों में छात्र संख्या का भौतिक सत्यापन नहीं कराया गया था। तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रहे वीपी सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनके कारनामों की परतें खुलीं। कुल 41 मदरसों और स्कूलों के नाम पर 24 करोड़ 92 लाख 76 हजार रुपये का घोटाला किया गया। तभी से ईओडब्ल्यू इस मामले में जांच कर रही है। 20 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। कई लोग जेल भी भेजे गए। अब 41 स्कूलों को आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन के विवेचक की ओर से अंतिम नोटिस भेजे गए हैं। इनमें से 34 स्कूलों का पता मिल गया, जहां नोटिस पहुंच गए हैं। सात स्कूलों का अभी तक पता नहीं चल सका है। जिन स्कूल संचालकों को नोटिस दिया जा चुका है उनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगे गए हैं। इसके बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

ये सात स्कूल नहीं मिल रहे

-आरएल जूनियर हाईस्कूल, हाथरस

-जनता जूनियर हाईस्कूल, खेड़ा सुल्तानपुर

-एनएसएलआर जूनियर हाईस्कूल, हाथरस

-एमडीएम पब्लिक जूनियर हाईस्कूल, सिकंदराराऊ

-पोखरन सिंह इंटर कालेज, हाथरस

-दौलतराम जूनियर हाईस्कूल, हाथरस

-सरस्वती इंटर कालेज, भलाई इस्माइलपुर इनका कहना है

आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन के आरक्षी इस संबंध में मेरे पास आए थे। उन्होंने कुछ स्कूलों का पता नहीं मिलने की बात कही थी। ईओडब्ल्यू की ओर से लिखित में कोई प्रपत्र नहीं मिला है, अगर प्रपत्र मिलता है तो स्कूलों के संबंध में जानकारी दी जाएगी।

-शाहीन, बीएसए हाथरस।

chat bot
आपका साथी