तीसरी लहर के अलार्म के बाद बढ़ेंगे संसाधन

एलटू व अन्य अस्पतालों में बढ़ेंगे बेड ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर 60 40 और बढ़ेंगे ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:17 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:17 AM (IST)
तीसरी लहर के अलार्म के बाद बढ़ेंगे संसाधन
तीसरी लहर के अलार्म के बाद बढ़ेंगे संसाधन

जासं, हाथरस : कोरोना की दूसरी लहर चरम पर है। तीसरी लहर का अलार्म बर्ज चुका है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इन हालातों से निपटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। कोविड के संक्रमण से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से बेड और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बढ़ाने के साथ ऑक्सीजन प्लांट लगवाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रशासन की ओर से जमीन भी दे दी गई है।

हॉस्पिटल की स्थिति : जिला अस्पताल परिसर में स्थित एमडीटीबी हॉस्पिटल को एल-टू श्रेणी का बना रखा है। वहीं मुरसान में एल-वन श्रेणी का हॉस्पिटल है। सासनी के सीएचसी को भी एल-टू श्रेणी का हॉस्पिटल बनाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा आगरा रोड पर प्राइवेट प्रेमरघु हॉस्पिटल, सासनी में एबीजी हॉस्पिटल और सहपऊ में श्रीराम हॉस्पिटल एल-टू श्रेणी के चल रहे हैं। वहीं सिकंदराराऊ में एल-वन श्रेणी में प्राइवेट जेपी हॉस्पिटल भी चल रहा है।

बेड की स्थिति : एल-टू श्रेणी के एमडीटीबी हॉस्पिटल, श्रीराम हॉस्पिटल, प्रेमरघु हॉस्पिटल और एबीजी हॉस्पिटल के अलावा मुरसान के एल-वन और सिकंदराराऊ के एल वन जेपी हॉस्पिटल में बेड की संख्या 320 है। सासनी में एल-टू हॉस्पिटल बनने से बेड की संख्या 30 और बढ़ जाएगी।

वेंटीलेंटर की स्थिति : एमडीटीबी एल-टू श्रेणी के हॉस्पिटल में 50 बेड और 10 वेंटीलेटर हैं। मुरसान के एल-वन श्रेणी के हॉस्पिटल में 30 बेड और चार वेंटीलेंटर है। सासनी के एल-वन श्रेणी के हॉस्पिटल में 20 बेड और चार वेंटीलेंटर हैं।

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर : इन अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर फिलहाल 60 हैं। बढ़ाने की तैयारी चल रही है। 40 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और बढ़ाए जा रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ऑक्सीजन की पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा किया जाएगा।

ऑक्सीजन सिलेंडर : प्रशासन की ओर बाहर के जनपदों से रोजाना 200 सिलेंडर मंगाए जा रहे हैं। जरूरत बढ़ने और सिलेंडर मंगाए जाएंगे। उद्यमियों की ओर से बनाई गई ऑक्सीजन बैंक से ऑन कॉल सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

ऑक्सीजन प्लांट : ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रशासन की ओर से प्लांट के लिए एनओसी भी दे दी है। सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी निश्शुल्क जमीन देने का ऑफर दिया जा चुका है।

मिल रही आर्थिक मदद : ऑक्सीजन प्लांट, कंसंट्रेटर व अन्य जरूरी दवा और उपकरण के लिए जनप्रतिनिधियों की ओर से विधायक निधि से 1.25 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। वहीं उद्यमियों की ओर से पांच लाख रुपये देने का वायदा किया गया है।

chat bot
आपका साथी