पैदल मार्च कर एसपी ने परखी कोरोना कर्फ्यू की हकीकत
-शहर के कई प्रमुख बाजारों में एसपी ने जाकर की पड़ताल कर्फ्यू में घूम रहे लोगों को दी एसपी ने सख्त हिदायत।
संवाद सहयोगी, हाथरस : कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए 35 घंटे का कोरोना कर्फ्यू रखे जाने के आदेश सरकार ने दिए थे। रविवार को पूरे दिन कोरोना कर्फ्यू का पालन पुलिस अधिकारियों ने कराया। शहर के प्रमुख बाजारों में पैदल मार्च करके एसपी ने हकीकत देखी। साथ ही बाजारों में घूम रहे लोगों को मास्क लगाने व शारीरिक दूरी का पालन करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कोतवाली सदर क्षेत्र में सासनी गेट चौराहा, कमला बाजार, पंजाबी मार्केट एवं थाना हाथरस गेट क्षेत्र में बागला कॉलेज मार्केट का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान रुचि गुप्ता क्षेत्राधिकारी नगर, सुरेंद्र पाल सिंह पीआरओ पुलिस अधीक्षक, अरविद कुमार राठी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सदर, जगदीश चंद्र प्रभारी निरीक्षक हाथऱस गेट एवं अन्य पुलिस बल मौजूद रहा। इस दौरान सभी ड्यूटी प्वाइंट पर पुलिसकर्मी वाहनों की चेकिग करते मिले। दिशा निर्देश देते हुए एसपी ने कहा कि जो लोग बेवजह कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन कर बाहर घूम रहे हैं, उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करें। अकारण किसी को परेशान न किया जाए, चेकिग के दौरान किसी भी जनमानस के साथ अभद्रता न की जाए तथा चेक किए जाने वाले व्यक्ति से शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाये। ड्यूटी के दौरान सभी कर्मचारी मास्क पहनकर ड्यूटी करें और सैनिटाइजर से हाथों को नियमित रूप से साफ करते रहें । ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को कोरोना कर्फ्यू का शत-प्रतिशत अनुपालन कराने के निर्देश दिए। इमरजेंसी कक्ष में पहुंचा कोरोना संक्रमित मरीज
संस, हाथरस : शनिवार रात बागला अस्पताल स्थित इमरजेंसी कक्ष में एक व्यक्ति उपचार कराने स्वजन के साथ पहुंच गया, जब चिकित्सकों ने रिपोर्ट देखी तो उसमें कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि थी। इससे इमरजेंसी कक्ष में खलबली मच गई। आनन-फानन प्राथमिक उपचार देकर मरीज को अलीगढ़ रेफर कर दिया।
भर्ती लोगों की मांग थी कि ऐसे लापरवाह मरीज अपने परिवार व अन्य लोगों को खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। कोतवाली सदर क्षेत्र के नगला टीका निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति को हालत बिगड़ने पर स्वजन उसे जिला अस्पताल स्थित इमरजेंसी कक्ष में पहुंच गए। मरीज को सांस लेने में दिक्कत बताने के बाद चिकित्सकों ने उपचार देने के दौरान मास्क न लगाने के संबंध में पूछा तो अकड़ने लगा। न तो उसने मास्क लगा रखा था, न उसके परिवार जनों ने। चिकित्सकों ने पूछताछ की तो पता चला कि उसकी रिपोर्ट पाजिटिव है।