रामवीर परिवार में रार, देवरानी-जेठानी होंगी आमने-सामने

जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव से पहले पूर्व मंत्री और सादाबाद विधायक रामवीर के परिवार में रार बढ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 12:22 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 12:22 AM (IST)
रामवीर परिवार में रार, देवरानी-जेठानी होंगी आमने-सामने
रामवीर परिवार में रार, देवरानी-जेठानी होंगी आमने-सामने

जासं, हाथरस : जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव से पहले पूर्व मंत्री और सादाबाद विधायक रामवीर के परिवार की रार सामने आ गई है। छोटे भाई मुकुल उपाध्याय की पत्नी की भाजपा से टिकट मिलने के बाद परिवार में खेमेबंदी हो गई है। इसका नजारा शनिवार को रामवीर की प्रेसवार्ता में देखने को मिला। रामवीर उपाध्याय ने प्रेसवार्ता कर अपनी सियासी चाल चली। उन्होंने भाजपा से टिकट पाने वाली छोटे भाई मुकुल की पत्नी रितु उपाध्याय के खिलाफ अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को उतारने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। दोनों ही वार्ड नंबर 14 पर आमने-सामने होंगी। सीमा उपाध्याय ने प्रेसवार्ता के बाद कलक्ट्रेट जाकर नामांकन कर दिया है, वहीं मुकुल की पत्नी रविवार को भाजपा से नामांकन करेंगी।

शुक्रवार को भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की थी। इसमें वार्ड नंबर 14 पर मुकुल उपाध्याय की पत्नी रितु उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया गया। इसके बाद रामवीर परिवार में मतभेद की बातें सामने आने लगीं। दरअसल रामवीर अपने दूसरे नंबर के भाई निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय को भाजपा से टिकट दिलाना चाहते थे। वहीं वार्ड संख्या 14 से सबसे छोटे भाई रामेश्वर उपाध्याय की पत्नी को प्रत्याशी बनाना चाहते थे। रितु को टिकट मिलने के बाद परिवार की बेचैनी बढ़ गई। रातभर चले कयासों के बाद रामवीर उपाध्याय ने शनिवार की सुबह आगरा रोड स्थित आवास पर प्रेसवार्ता बुलाई। वहां क्षेत्र के सैकड़ों लोग पहले से मौजूद थे। यहां वार्ड 14 से मुकुल की पत्नी के सामने अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को निर्दलीय चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी। इस दौरान सीमा उपाध्याय भी रो पड़ीं।

मुकुल ने मेरे राजनीतिक कैरियर पर लगाया कलंक: रामवीर

पत्रकार वार्ता में शुरू से लेकर अंत तक रामवीर उपाध्याय और विनोद उपाध्याय के टारगेट पर मुकुल उपाध्याय रहे। उन्होंने कहा, मुकुल को पढ़ाया लिखाया, राजनीति में कद बढ़ाया। एमएलसी भी बनवाया, राज्यमंत्री का दर्जा दिलवाया। उन्हें चुनाव लड़ाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन मुकुल ने हमेशा धोखा दिया है। मना करने के बावजूद शिकारपुर सीट पर समधी और राज्यमंत्री अनिल शर्मा के खिलाफ 2017 में चुनाव लड़े। जिला पंचायत सदस्य पद पर वार्ड 14 से रामेश्वर उपाध्याय की पत्नी को चुनाव लड़ाना चाहते थे। रामेश्वर दिन-रात जनता की सेवा करते हैं। मुकुल ने उसी वार्ड से रितु को टिकट दिलवाई है। रामवीर ने कहा कि उन्होंने आज तक राजनीति में गलत काम नहीं किया, लेकिन जमुनाबाग प्रकरण से मुकुल ने उनके राजनीतिक कैरियर पर कलंक लगा दिया है। आगरा रोड वाला मकान तीनों भाइयों के लिए बनवाया था। इसमें एक हिस्सा मुकुल को दिया है जो कि आठ साल से खाली पड़ा है। वहां बेटे चिरागवीर को रोकने के लिए चाबी मांगी लेकिन आज तक नहीं दी। बोले, 2019 के चुनाव के दौरान बहनजी ने मुकुल को बसपा से निष्काषित किया तो मुकुल ने मेरे लिए अपशब्द कहे। यहां तक कहा कि मैं उनकी हत्या करा सकता हूं। जनता सब जानती है, इसका जवाब चुनाव में देगी।

'आशीष शर्मा को मेरा दुश्मन बना दिया'

प्रेसवार्ता के दौरान रामवीर ने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा ने उनका साथ ही तो छोड़ा था। केवल पार्टी बदली थी, कोई लड़ाई तो नहीं थी। आशीष के खिलाफ चुनाव में मुकुल ने अपनी पत्नी को उतारा। भरे मंच से आशीष शर्मा के बारे में अपशब्द बोलकर उन्हें मेरा दुश्मन बना दिया।

प्रेस कांफ्रेंस में मुकुल की एंट्री ने चौंकाया

प्रेस कांफ्रेंस शुरू होते ही मुकुल उपाध्याय आगरा रोड स्थित आवास पर पहुंच गए। वह माइक पर बोल रहे रामवीर उपाध्याय के पैर छूने के लिए झुके तो रामवीर ने उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया। इसके बाद मुकुल उपाध्याय आंखों में आंसू लिए घर की गैलरी की तरफ चले गए। प्रेसवार्ता खत्म होने के बाद फिर से रामवीर के पैर छूने आए, लेकिन उन्होंने पैर छुलवाने से मना कर दिया। इस दौरान मुकुल ने भीड़ के सामने कहा कि मैं गद्दार नहीं हूं।

विनोद होंगे अध्यक्ष पद के प्रत्याशी

रामवीर की पत्नी सीमा उपाध्याय ने वार्ड नंबर 14 से नामांकन कर दिया है। दूसरे नंबर के भाई विनोद उपाध्याय वार्ड नंबर 20 से और उनकी पत्नी सरोज उपाध्याय भी दो वार्ड 16 और 21 से आज नामांकन करेंगी। रामवीर के परिवार के तीन लोग चुनाव लड़ रहे हैं। प्रेसवार्ता में रामवीर ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष उन्हीं के परिवार से बनेगा। विनोद उपाध्याय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे।

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