आज जलेगा जयपुर में बना रावण का पुतला

विजयदशमी पर्व का पर्व आज धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार पालीटेक्निक के मैदान में 45 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 04:14 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 04:14 AM (IST)
आज जलेगा जयपुर में बना रावण का पुतला
आज जलेगा जयपुर में बना रावण का पुतला

संवाद सहयोगी, हाथरस : विजयदशमी पर्व का पर्व आज धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार पालीटेक्निक के मैदान में 45 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। पहली बार यह पुतला बाहर से मंगाया गया है। जयपुर में इसे बनाकर कारीगर आज स्थापित करेंगे। दशानन का यह पुतला प्रभु श्रीराम का बाण लगते ही धू-धू कर जलने लगेगा।

विजयादशमी का पर्व आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी के दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। इसके लिए रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतले दहन की तैयारियां सार्वजनिक धर्म सभा द्वारा गठित रामलीला महोत्सव समिति की ओर से की जाती हैं। रावण का पुतला पहली बार राजस्थान के जयपुर से मंगाया गया है। पलकें भी झपकाएगा दशासन

रामलीला समिति के प्रबंधक पवन गौतम ने बताया कि शहर में रावण के पुतले को जयपुर से मंगाया गया है। यह पुतला 45 फुट ऊंचा और करीब 10 फीट चौड़ा होगा। इसके गले में घूमने वाली माला होगी। पलकें झपकाना इसकी विशेषता है। रंगीन लाइटों से जगमग यह पुतला रात को करीब आठ बजे राम का बाण लगते ही अट्टहास करते धू-धू कर जलने लगेगा। 1.25 लाख रुपये की लागत

पुतले को आगरा रोड स्थित पालीटेक्निक मैदान पर दशहरा वाले दिन ही वहीं से आए कारीगर लगाएंगे। करीब 1.25 लाख रुपये की लागत से बना यह पुतला आकर्षण का केंद्र रहेगा। सुरक्षा के लिए इसके चारों ओर बैरीकेडिग लगाकर घेरा बनाया जाएगा। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुतला के आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहेंगे। शहर में प्रदर्शन नहीं करेगी काली

शहर में काली की शोभायात्रा अंगूमल धर्मशाला से निकलेगी, मगर पहली बार काली शहर में प्रदर्शन करते हुए नहीं गुजरेंगी। शहर के प्रमुख स्थानों पर ही डोले में सवार काली की पूजा की जाएगी। काली मां सिंह पर और तीनों काल, लाल व श्वेत भैरव स्वान पर सवार होकर निकलेंगे। रामलीला महोत्सव के प्रबंधक पवन गौतम ने बताया काली के निकालने से पहले रात में 11 से सुबह 7 बजे तक हवन होता है। डीआरबी कालेज से एक साथ जाएंगी काली व राम की सेना

रामलीला मैदान से प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण वानर सेना के साथ बग्घी में सवार होकर जाएंगे। काली व प्रभु राम की सेना अलग-अलग रास्तों से होती हुई डीआरबी कालेज पहुंचकर वहां से एक साथ रावण का वध करने के लिए प्रस्थान करेंगे। 150 साल पहले यह दोनों मेला मशाल लेकर निकाले जाते थे। उसके बाद हंडे, गैस के हंडे से निकले और अब यह जनरेटर वाली भव्य लाइट की रोशनियों से जगमगाते हुए निकलते हैं। पालिका ने कराई रावण

दहन स्थल पर सफाई

संस, हाथरस : नगर पालिका ने गुरुवार को पालीटेक्निक मैदान में सफाई कार्य कराया। जेसीबी से मैदान को समतल कराते हुए वहां सैनिटाइजर, फागिग व एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा ने बताया कि रावण का मेला ऐतिहासिक आयोजन है। यहां पर आसपास के गांव से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां जलभराव को दूर कर सफाई व्यवस्था कराई गई है।

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