दरिदों पर लगे रासुका, एसएचओ पर भी हो कार्रवाई

बसपा सुप्रीमो के निर्देश पर अलीगढ़-हाथरस पहुंचे पूर्व मंत्री गया चरण दिनकर ने उठाई मांग हुंकार कहा-चंदपा की बेटी की हत्या की थी साजिश सदन में उठाएगी बसपा दलित-पिछड़ों के उत्पीड़न में अव्वल है यूपी दिल्ली शिफ्टिग भी साजिश

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 02:38 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 02:38 AM (IST)
दरिदों पर लगे रासुका, एसएचओ पर भी हो कार्रवाई
दरिदों पर लगे रासुका, एसएचओ पर भी हो कार्रवाई

जासं, हाथरस : चंदपा में अनुसूचित जाति की युवती से सामूहिक दुष्कर्म और जानलेवा हमले का मामला गरमा गया है। सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रतिनिधि के रूप में हाथरस और अलीगढ़ में पूर्व कैबिनेट मंत्री गयाचरण दिनकर ने प्रदेश सरकार और कानून व्यवस्था पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीब व कमजोर वर्ग की बहन-बेटियों की आबरू सुरक्षित नहीं है। हाथरस के चंदपा में और इटावा जिले के थाना जसवंत नगर क्षेत्र में अनुसूचित जाति की बेटियों के साथ दरिंदगी की गई। दोनों मामलों में लापरवाह एसएचओ व पुलिस कर्मियों के खिलाफ अभियोग दर्ज होना चाहिए। एससी एक्ट की धारा चार में इसका प्रावधान है।

सोमवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे पूर्व मंत्री हाथरस में चंदपा कोतवाली पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले पीड़िता के भाई व मां से बातचीत की और उन्हें न्याय दिलाने भरोसा दिया। इसके बाद वह मीडिया से रूबरू हुए और कहा कि चंदपा के आरोपितों को एनएसए में निरुद्ध किया जाए। चंदपा की बेटी को दिल्ली के अस्पताल में शिफ्ट करने पर दिनकर ने हत्या की साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बसपा मुखिया ने पूरे प्रकरण की तथ्यात्मक जानकारी के लिए उन्हें हाथरस भेजा है। बसपा सदन में इस मुद्दे को उठाएगी।

इसके बाद अलीगढ़ पहुंचे दिनकर ने मेयर मोहम्मद फुरकान के आवास पर मीडिया से बातचीत की। कहा कि जसवंत नगर के गांव चकसलेमपुर में 19 सितंबर को एक बेटी सिलाई सीखने के लिए अपने घर से रवाना हुई। देर शाम तक नहीं लौटी। पीड़ित परिवार रिपोर्ट लिखाने थाने गया तो थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। चार दिन तक बेटी का पता नहीं चला, तब अपहरण की रिपोर्ट को गुमशुदगी में दर्ज की। 26 सितंबर को थाने से 200 मीटर दूर उस बेटी का कंकाल मिला। उसके चेहरे व शरीर को तेजाब से जलाया गया था। घटना स्थल पर मिले सबूत सामूहिक दुष्कर्म की गवाही दे रहे थे। 10 दिन बाद भी पुलिस ने आरोपितों को चिह्नित नहीं किया है। इसी तरह चंदपा में दबंगों ने बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। अब बसपा कार्यकर्ता दिल्ली के अस्पताल में उसकी पहरेदारी करेंगे। पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान पूर्व मंत्री के अलावा मुख्य सेक्टर प्रभारी अलीगढ़ मंडल सूरज सिंह, मुख्य सेक्टर प्रभारी केसी निराला, अलीगढ़ मंडल के सेक्टर प्रभारी अशोक सिंह, जिलाध्यक्ष बनी सिंह जाटव, महेश बाबू कुशवाह, बीडी सिंह, अलीगढ़-कासगंज सेक्टर प्रभारी तिलकराज यादव, दिनेश देशमुख, विजय पुष्कर, शौबी कुरैशी, पूर्व विधायक चौ. गेंदालाल आदि मौजूद थे।

परिवार ने बताया, 'मिल रही धमकी'

पूर्व मंत्री को मुलाकात के दौरान पीड़िता के भाई ने बताया कि इस कार्रवाई के बाद से लगातार धमकी मिल रही है। पूर्व मंत्री ने परिवार को आश्वस्त किया कि यदि कोई धमकी दे रहा है तो पुलिस अधिकारियों को बताएं। न्याय दिलाने के लिए पार्टी आपके साथ खड़ी है। गांव में पुलिस-पीएसी तैनात

बूलगढ़ी गांव में पीड़िता के परिवार को सुरक्षा का पूरा भरोसा प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने दिया है। सोमवार को गांव में पीड़िता के घर के आसपास पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। बारह-बारह घंटे की शिफ्ट में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी गांव में लगाई गई है। पीएसी बल भी सुरक्षा की ²ष्टि से गांव में मौजूद है। हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता की हालत गंभीर, दिल्ली रेफर

जेएन मेडिकल कॉलेज में थी वेंटिलेटर पर, हाथ-पैर नहीं कर रहे थे काम जासं, अलीगढ़ : जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती हाथरस के चंदपा क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़िता को हालत में सुधार न होने पर सोमवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। वह वेंटिलेटर पर थी। गर्दन की हड्डी टूटने के कारण शरीर के नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा है। अनुसूचित जाति की इस बेटी पर 14 सितंबर को उस समय हमला हुआ था, जब वह मां के साथ खेत पर गई थी। पुलिस सभी आरोपितों को जेल भेज चुकी है। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए युवती के कपड़े व स्लाइड जांच के लिए आगरा फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं। युवती को उसी दिन गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। गर्दन मरोड़ने से उसे सर्वाइकल इंजरी हुई है। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। मेडिकल कॉलेज में इलाज कर रहे वरिष्ठ न्यूरो सर्जन प्रो. फकरुल हुदा ने बताया कि युवती की हालत गंभीर है, इसके कारण सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है। 'दहशत में थी पीड़िता, दूसरी बार में बता पाई अपना दर्द'

जासं, अलीगढ़ : चंदपा की पीड़िता की दास्तां सुनकर हर किसी के जेहन में गुस्सा है। आरोपित जेल में हैं। पीड़िता इतनी दहशत में थी कि तीन दिन तक आरोपितों के नाम नहीं बता सकी। दो बार पुलिस ने बयान लिए। माता-पिता उसके संबल बने, तब अपना दर्द बताया।

14 सितंबर को पीड़िता के साथ जो घटित हुआ, उससे वह सहमी हुई थी। 19 सितंबर को पहले सादाबाद के कार्यवाहक सीओ बयान लेने आए। उसकी हालत ठीक नहीं थी। पीड़िता इशारों-इशारों में खुद से छेड़छाड़ की बात बता पाई। एक आरोपित का नाम लिया। पुलिस ने 20 सितंबर को छेड़छाड़ की धारा बढ़ाकर आरोपित गिरफ्तार कर लिया। फिर विवेचक सीओ सादाबाद 22 सितंबर को बयान लेने पहुंचे। उनके साथ महिला आरक्षी भी थीं। इस बार पीड़िता ने पूरी बात बताई। तीन और लोगों के नाम लिए। पुलिस ने दोनों बार वीडियोग्राफी करवाई। इसके बाद मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धारा जोड़ी गई। इस मामले में अलीगढ़ रेंज के आइजी पीयूष मोर्डिया ने कहा कि, मैंने खुद पूरे प्रकरण की समीक्षा की है। पीड़ित परिवार की तरफ से जब-जब जो बातें कहीं गईं, उस पर हाथरस पुलिस ने अपेक्षित कार्रवाई की है। सभी आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पीड़िता को दिल्ली भेज दिया है। आगरा की फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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