250 करोड़ से 15 सड़कें टू लेन करने का प्रस्ताव भेजा
हाथरस योगेश शर्मा अब वह दिन दूर नहीं जब हाथरस की ऊबड़-खाबड़ सड़कों के दिन बहुर
हाथरस, योगेश शर्मा : अब वह दिन दूर नहीं जब हाथरस की ऊबड़-खाबड़ सड़कों के दिन बहुर जाएंगे। सरकार की ओर से हाथरस समेत अधिकांश जनपदों से प्रमुख सड़कों का प्रस्ताव टू लेन करने के लिए मांगा गया तो हाथरस की 15 सड़कों को चिह्नित कर करीब 250 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।
हाथरस जनपद में तमाम ऐसी सड़कें हैं जो बरसों से जर्जर हाल में हैं। उनके जर्जर होने की वजह उन मार्गों से भारी वाहनों का गुजरना है। मगर ये सड़कें सिगल लेन हैं। इस कारण ऐसी सड़कों पर हादसे होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। मगर अब वह दिन दूर नहीं कि जहां हादसे होने की शिकायतें अक्सर आती थीं। वहां न तो हादसे होंगे न जर्जर सड़क के कारण हल्के- भारी वाहनों को नुकसान होगा। क्योंकि सरकार ने मुख्य सड़कों का कायाकल्प करने का निर्णय ले लिया है तभी मुख्य सड़कों को टू लेन करने के लिए हाथरस समेत सभी जनपदों से प्रस्ताव मांग लिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग की ओर से 15 मार्गों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है।
प्रमुख मार्गों की सूची
अगसौली चौराहे से नगला कोठी मार्ग
हाथरस दाऊजी से कोटा मार्ग
मागरू सहपऊ से सिºा मार्ग
माचुआ पटरी से कैनाल मार्ग
हाथरस जंक्शन से पवलोई पहाड़पुर मार्ग
हाथरस जलेसर मार्ग
सासनी से नानऊ मार्ग
सासनी से जसराना मडराक मार्ग
पुरदिलनगर हसायन मार्ग
हसायन से कानऊ मार्ग
जीटी रोड किमी 183 से कचौरा बरई मार्ग
मैंकुरी से महरारा मार्ग
जीटी रोड 189 से हसायन मार्ग
हसायन से रति नगला मार्ग
- ग्रामीणों की राय
सासनी- नानऊ हाल का मार्ग बुरा है। कई साल से रोड को बनवाने की मांग की जा रही है। मगर रोड टू लेन बनाने की बात अगर सरकार कह रही है तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। मार्ग बन जाने से हादसे रुकेंगे ।
राकेश कुमार, दुकानदार
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हाथरस के तमाम बड़े मार्गों की हालत खराब है। ये मार्ग सही हो जाएं तो लोगों को राहत मिल सकेगी। मुख्य सड़क से गांव जाने वाले मागरें का तो ईश्वर ही मालिक है। अगर कुछ सड़कें टू लेन होती हैं तो ये खबर हाथरस के लिए अच्छी होगी। अनिल ठाकुर, दुकानदार। वर्जन
शासन ने दो टू लेन सड़कों के लिए प्रस्ताव मांगा था जो भेज दिया गया है। जनपद की ऐसी 15 सड़कें हैं जिनको टू लेन करने में करीब 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब शासन से मंजूरी का इंतजार है।
राजेश निगम, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग हाथरस।