एबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीज हलकान

108102 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर नहीं चलाई एंबुलेंस।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 04:49 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 04:49 AM (IST)
एबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीज हलकान
एबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीज हलकान

केस नंबर एक

गांव बाद अठवरिया की आरती को सोमवार दोपहर बाइक सवार ने टक्कर मार दी। घायल आरती को जिला अस्पताल लाने के लिए स्वजन ने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस के नहीं आने पर स्वजन मोटर साइकिल से जिला अस्पताल ले आए। केस नंबर दो

सासनी के गांव खिटौली कटेलिया निवासी गर्भवती रोशनी को सोमवार दोपहर को अचानक तेज दर्द होने पर स्वजन ने एंबुलेंस को फोन किया। हड़ताल के चलते एंबुलेंस नहीं आई। तबीयत बिगड़ते देख स्वजन टेंपो से सीएचसी लेकर आए। केस नंबर तीन

सासनी के बिजलीघर निवासी गर्भवती वर्षा को दर्द होने पर स्वजन ने निश्शुल्क एंबुलेंस सेवा को कई बार फोन मिलाया, मगर बात नहीं हो सकी। दर्द बढ़ने पर स्वजन ई-रिक्शा में बैठाकर सीएचसी पर पहुंचे। संवाद सहयोगी, हाथरस : 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ से जुड़े एएलएस एंबुलेंस कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को पूर्णत: हड़ताल कर दी। जिले की एंबुलेंस मंडी परिसर में खड़ी करके कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। हालांकि गंभीर मरीजों के लिए हर तहसील में एक-एक एंबुलेंस चलाई गई मगर ये नाकाफी थीं और मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हड़ताल का फायदा निजी एंबुलेंस संचालकों ने उठाया और मनमाना किराया वसूला।

मंडी समिति पर प्रदर्शन करते हुए एंबुलेंस कर्मचारियों ने समायोजन का विरोध किया। एएलएस के कर्मचारियों को कंपनी बदलने पर हटाने की बात पर नाराजगी जताई और कहा कि तीन दिन से कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें नहीं मानी जा रहीं। एएलएस एंबुलेंस कर्मचारियों का कहना था कि कंपनी बदलने पर उन्हें न हटाया जाए। महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभा रहे कर्मचारियों को ठेकेदारी से मुक्ति दी जाए। कोरोना महामारी के दौरान मारे गए कर्मचारियों के परिवार को आर्थिक सहायता राशि दी जाए। सभी एंबुलेंस कर्मचारियों को नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन नहीं किया जाता है, तब तक प्रतिवर्ष मंहगाई भत्ता दिया जाए। इन्ही मांगों को लेकर सोमवार की सुबह से ही मंडी परिसर में एंबुलेंस खड़ी कर दीं। यूनियन के जिलाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर हड़ताल की जा रही है। मांगों को जब तक नहीं माना जाएगा, हड़ताल जारी रहेगी। मरीजों को झेलनी पड़ीं दिक्कतें

एंबुलेंस कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। तमाम मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस के जरिए लाया गया। देहात के लोगों को काफी परेशानी हुई। सिर्फ चार एंबुलेंस चलाईं

एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इमरजेंसी, हादसे आदि के लिए यूनियन ने चार एंबुलेंस को हड़ताल से बाहर रखा। सादाबाद, सिकंदराराऊ, हाथरस शहर और सासनी तहसील में एक-एक एंबुलेंस चलाई गईं।

इनका कहना है

एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल प्रदेश स्तर पर हो रही है। मांगों का निस्तारण वहीं से होना है। गंभीर मरीजों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए हर तहसील पर एक एंबुलेंस चलाई गई।

डा. सीएम चतुर्वेदी, सीएमओ, हाथरस।

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