जिला पंचायत में जीत के लिए बिसात बिछा रहे दल

जासं हाथरस पंचायत चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। सभी दलों के मोहरे सामने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 12:01 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 12:01 AM (IST)
जिला पंचायत में जीत के लिए बिसात बिछा रहे दल
जिला पंचायत में जीत के लिए बिसात बिछा रहे दल

जासं, हाथरस : पंचायत चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। सभी दलों के मोहरे सामने हैं। शह और मात का खेल चल रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भाजपाइयों में जीत का मंत्र फूंक चुके हैं। वहीं रामवीर परिवार की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। सपा ने रालोद के लिए चार सीट छोड़कर गठबंधन के दरवाजे खोले हैं। वहीं बसपा में चल रहा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है।

जिला पंचायत सदस्य की सभी 24 सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी मैदान में हैं। जिला पंचायत की वार्ड 14 हाट सीट बन चुकी है। इस सीट पर पूर्व मंत्री रामवीर की पत्नी पूर्व सांसद व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय के सामने भाजपा समर्थित प्रत्याशी उनकी देवरानी रितु उपाध्याय पत्नी मुकुल उपाध्याय सामने है। इस सीट पर भाजपा से टिकट कटने से नाराज डा. अविन शर्मा भी मैदान में है। इस वजह से यहां मुकाबला रोचक होता जा रहा है। वहीं रामवीर परिवार से उनके छोटे भाई विनोद उपाध्याय वार्ड 16 से उनकी पत्नी सरोज उपाध्याय वार्ड 20 से चुनाव लड़ रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी भाजपा इस बार जिला पंचायत की कुर्सी पर नजर बनाए हुए हैं, चूंकि अब तक यहां रामवीर परिवार का दबदबा बन रहा है। शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह वार्ड प्रभारियों और जिला चुनाव संचालन समिति की बैठक लेकर जहां चुनाव की तैयारियों की नब्ज टटोली वहीं जीत के लिए बूथ लेकर घर-घर जाकर प्रचार कर जीतने का मंत्र भी दिया। स्वतंत्र देव सिंह के यहां आने से भाजपा कार्यकर्ताओं को एनर्जी तो मिली ही है। मुकुल उपाध्याय की उनसे गुफ्तगू के भी अलग मायने निकाले जो रहे हैं।

सपा ने भी साधा है

सियासी समीकरण

समाजवादी पार्टी की ओर से गठबंधन के तहत रालोद के लिए चार सीट छोड़ी है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमवती यादव सिकंदराराऊ ब्लॉक में दो वार्डों से भाग्य आजमा रही हैं। वे जिलाध्यक्ष जसवंत की पत्नी हैं। सपा-रालोद गठबंधन किसान आंदोलन के साथ स्थानीय समीकरणों बनाकर मैदान में जोर आजमा रहा है। तभी तो सादाबाद क्षेत्र में रालोद के सीट छोड़ी गई हैं। हालांकि उनके साथ महानदल भी है।

बसपा में चल रहा तूफान

थमे तो मजबूत हो स्थिति

मतदान में चार दिन का समय रह गया है। बसपा में सूची को लेकर उठा तूफान अभी शांत नहीं हुआ है। दो जिलाध्यक्ष हटाए भी जा चुके हैं। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि बसपा में पार्टी पदाधिकारियों में वर्चस्व की लड़ाई अभी शांत नहीं हो रही है। चुनाव में पार्टी के लिए यह संकेत अच्छे नहीं है। बंटी भैया बसपा से निष्कासित

जासं, हाथरस : बसपा में एक और निष्कासन की कार्रवाई हुई है। पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश देशमुख के बाद विश्वनाथ सिंह उर्फ बंटी भैया को भी अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया गया है। जिलाध्यक्ष महेश बाबू कुशवाहा ने की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने पर इन्हें कई बार चेतावनी दी जा चुकी है। इसके बावजूद इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं किया गया है। इस वजह से कार्रवाई की गई है।

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