बुखार से चार लोगों की मौत से हाहाकार

शनिवार को जिले में चार लोगों की मौत बुखार से होने पर हाहाकार मच गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 12:13 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 12:44 AM (IST)
बुखार से चार लोगों की मौत से हाहाकार
बुखार से चार लोगों की मौत से हाहाकार

जागरण टीम हाथरस : शनिवार को जिले में चार लोगों की मौत बुखार से होने पर हाहाकार मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौतों का कारण पता कर रही है। कुरसंडा सहित कई इलाकों में अभी बुखार और डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। झोलाछाप चिकित्सक मरीजों को इलाज के नाम पर जमकर वसूली कर रहे हैं।

सहपऊ कस्बे के मोहल्ला बजरिया निवासी राजकुमार की सोलह वर्षीय पुत्री शीतल की बुखार से शनिवार की सुबह आगरा ले जाते समय मौत हो गयी। किशोरी के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री मंगलवार की शाम को गंगा नहाने एवं मां कदराबाद वाली देवी के दर्शन करने गयी थी। गंगा नहाने के बाद ही उसकी तबीयत खराब होने लगी। स्वजन ने उसे वहीं प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया इसके बाद उसे अलीगढ़, हाथरस इलाज के लिए ले गए वहां किसी भी डॉक्टर ने उसे भर्ती नहीं किया। शनिवार की सुबह अधिक तबीयत खराब होने पर उसे आगरा ले जा रहे थे रास्ते में उसकी मौत हो गयी। वहीं, सासनी के गांव हडौली निवासी 35 वर्षीय महिला गायत्री को बुखार आने पर स्वजन ने अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत बिगड़ने पर महिला को चिकित्सकों ने दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। जहां रास्ते में महिला ने उपचार से पूर्व ही दम तोड़ दिया। सिकंदराराऊ के गांव गढ़ी रूस्तम निवासी 40 वर्षीय महिला राजकुमारी को उपचार के लिए शुक्रवार रात को स्वजन जिला अस्पताल लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इकलौते पुत्र की मौत से हाहाकार

सहपऊ क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर में बंगाली लाल यादव का 17 वर्षीय इकलौते पुत्र अमित की बुखार से मौत हो गयी। उसके स्वजन के अनुसार बुधवार उसे बुखार आया था। स्वजन उसे इलाज के लिये निजी चिकित्सक के पास ले गए। शुक्रवार को उसकी अधिक हालत खराब होने पर उसे इलाज के लिए आगरा ले गए शनिवार की दोपहर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। इकलौते पुत्र की मौत हो जाने से परिवार में हाहाकार मचा हुआ है। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।

कुरसंडा व सादाबाद में नहीं सुधरे हालात

कुरसंडा में बुखार तथा डेंगू की भयावह स्थिति को बीते हुए 2 माह से अधिक वक्त हो चुका है। बुखार और डेंगू की आशंका के मरीज लगातार निकल रहे हैं। कुरसंडा सीएचसी पर चिकित्सकों की तैनाती कर दिए जाने के बाद भी हालात बेहतर नहीं हुए है। शनिवार को 14 वर्षीय विकास कुमार, नौ वर्षीय दीपक, 25 वर्षीय मनोज शर्मा, 45 वर्षीय सुखबीरी देवी, 20 वर्षीय नितेश कुमार, सात वर्षीय कुंज कुमार, 18 वर्षीय सुदर्शन सिंह निवासीगण नगला ध्यान का इलाज आगरा के निजी अस्पताल में चल रहा है। सादाबाद में भी स्थिति गंभीर बनती जा रही है। एमबीबीएस चिकित्सक से लेकर झोलाछाप चिकित्सकों के यहां मरीजों की भरमार है। इतना ही नहीं कुछ झोलाछाप चिकित्सकों के यहां जमीन पर मरीजों को लिटा कर उनके ड्रिप लगाई जा रही है। नगर के मुहल्लों में झोलाछाप चिकित्सकों के यहां की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है।

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जिन लोगों की बुखार से मौत बताई जा रही है। उसकी पड़ताल कराई जा रही है। उसके बाद ही तय हो पाएगा कि मौत के कारण क्या रहे। लगातार गांवों में शिविर लगाकर दवा का वितरण कराया जा रहा है।

डा. चंद्रमोहन चतुर्वेदी,सीएमओ, हाथरस।

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