अफसरों ने गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण कर देखीं व्यवस्थाएं
डीएम के निर्देश पर टीमों ने जानी क्रय केंद्रों की हकीकत लापरवाही बरतने वाले क्रय केंद्र पर होगी विभागीय कार्रवाई।
जासं, हाथरस : डीएम रमेश रंजन के निर्देश पर जनपद के गेहूं क्रय केंद्रों का तहसीलदारों ने निरीक्षण किया। इस दौरान टीमों को कई जगह बारदाना न होने की शिकायतें मिलीं।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि समस्त तहसीलदारों को 05-05 क्रय केंद्रों के निरीक्षण कर आख्या रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए गए थे। सभी तहसीलदारों ने अपने-अपने क्षेत्र के क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया।
तहसील हाथरस के सहकारी समिति पटाखास, क्षेत्रीय सहकारी समिति, मुरसान पूर्वी (पीसीएफ), साधन सहकारी समिति लि., खेड़ा बरामई (पीसीएफ), नवीन मंडी स्थल, हाथरस (पीसीएफ) नवीन मण्डी स्थल, हाथरस (खाद्य विभाग), सासनी में नवीन मंडी स्थल, सासनी (खाद्य विभाग) क्षेत्रीय सहकारी समिति, रूहेरी (पीसीएफ), क्षेत्रीय सहकारी समिति, बाधनू (पीसीएफ) क्षेत्रीय सहकारी समिति, कौमरी (पीसीएफ), क्षेत्रीय सहकारी समिति, सलेमपुर (पीसीएफ), सिकंदराराऊ साधन सहकारी समिति लि. भिसी मिर्जापुर दहगवां (पीसीएफ), साधन सहकारी समिति लि. नीजरा गोकुलपुर, सिकंदराराऊ मण्डी (पीसीएफ), नवीन मण्डी स्थल, सिकंदराराऊ (खाद्य विभाग), क्षेत्रीय सहकारी समिति, सिकंराराऊ मण्डी (पीसीएफ), विलार (पीसीएफ), तहसील सादाबाद में पीसीएफ गेहूं क्रय केंद्र शहबाजपुर. पीसीएफ गेहूं क्रय केंद्र सादाबाद मौनिया, पीसीएफ गेहूं क्रय केंद्र खौडा, पीसीएफ गेहूं क्रय केंद्र, एएनएसएस, सहपऊ पूर्वी, नवीन मण्डी स्थल, सादाबाद (खाद्य विभाग) का निरीक्षण किया गया। सहकारी समिति पर किसानों का हंगामा
संसू, मुरसान : मुरसान के पास गांव पटाखास में सोसाइटी पर किसानों ने हंगामा किया। आरोप है कि सोसायटी के सचिव ने गेहूं के लिए बारदाने का इंतजाम नहीं किया है जबकि प्रशासन लगातार तैयारियां पूरी होने का दावा करता रहा है।
मामला कस्बा मुरसान के पास गांव पटाखास का है। यहां साधन सहकारी समिति लिमिटेड में किसानों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे।
सोसायटी पर 2500 क्विटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है जिसमें 2000 की फीडिग कर दी गई है और वहीं सोमवार को 12 बजे तक 200 क्विटल गेहूं खरीद की गई है। बताया गया कि अब तक 42 किसानों के कागजात पीसीएफ हाथरस पहुंच गए हैं, मगर अभी उनका भुगतान नहीं हो पाया है। तहसीलदार ने किसानों को समझाया तब वे शांत हुए। उन्होंने बताया कि अभी बारदाने की कमी के कारण किसानों से गेहूं खरीद को लेकर थोड़ी दिक्कत आ रही है। जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा।