अब हाथरस में भी पकड़ सकेंगे हवा की नब्ज
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने शहर में आगरा रोड पर और सादाबाद में लगाए उपकरण।
केसी दरगड़, हाथरस : प्रदूषण के कारण हवा की सेहत कैसी चल रही है, इस बात का पता अब रोज चल जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से शहर के अलावा सादाबाद में दो अलग-अलग स्थानों पर उपकरण स्थापित किए हैं। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स) की दिन भर की रिपोर्ट मिलती रहेगी। अब तक प्रदूषण मापक यंत्र की स्थापना पड़ोसी जनपद अलीगढ़ और आगरा में थी।
इसलिए जरूरी : आगरा में ताजमहल के कारण जनपद का हिस्सा भी ताज ट्रिपोजियम जोन (टीटीजेड) में आता है। इसलिए यहां पर प्रदूषण का स्तर समय-समय पर चेक करना जरूरी है। आगरा के नजदीक होने के कारण सादाबाद में भट्ठियां व लकड़ियां जलाने पर पाबंदी है। सर्दियों में यहां ठंड से बचने के लिए अलाव के स्थान पर नगर पंचायत की ओर से गैस के हीटर लगाए जाते हैं। वैसे जनपद में शहर से बाहर नई फैक्ट्रियां लगने और वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण बढ़ा है। यहां पर शहर के अलावा सलेमपुर में इंडस्ट्रियल एरिया है। यहां पर पुरानी रबड़ को गलाकर कई सामान बनाए जाते हैं। साथ ही पुराने टायरों पर रबर चढ़ाने का काम भी होता है। इससे काला धुआं भी निकलता है। वहीं कुछ कारखानों पर प्लास्टिक का भी काम होता है, जिससे वायु प्रदूषण होता है। इसके अलावा शहर के अंदर और ग्रामीण क्षेत्र में कई फैक्ट्रियां चल रही हैं।
कहां लगे हैं उपकरण : शहर में आगरा रोड पर गैलेक्सी होटल के पास उपकरण लगाया गया है। वहीं सादाबाद में मंडी के पास स्थापना की गई है। अब इन उपकरणों के आधार हवा में प्रदूषण का स्तर मापा जा सकेगा। इससे पहले आगरा और अलीगढ़ में यह उपकरण लगे हुए थे। यहां पर कोई कार्यालय भी नहीं है। अलीगढ़ से यहां के अधिकारी कार्य कर रहे हैं। वर्जन
हाथरस जनपद में दो स्थानों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। अब इससे यहां का प्रदूषण का स्तर पता चलता रहेगा। इससे पहले अलीगढ़ और आगरा में ही उपकरण लगे हुए थे।
-रामगोपाल, क्षेत्राधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड