अब हर ब्लॉक के तीन बड़े गांवों में होगा टीकाकरण
टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए उठाया कदम शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने चिह्नित किए गांव।
संस, हाथरस : कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए सातों ब्लाकों के तीन-तीन बड़े गांवों का चयन किया है। गांवों में जाकर टीके लगाए जाएंगे।
कोरोना का संक्रमण गांवों तक पहुंचने से मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसीलिए गांवों में टीकाकरण अभियान पर विशेष जोर दिया जा रहा है। फिलहाल 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों के टीकाकरण पर ही फोकस है। हर ब्लाक के तीन बड़े गांवों का चयन स्वास्थ्य विभाग ने किया है। उन गांवों में सेशन लगाया जाएगा। इससे टीकाकरण का कार्य रफ्तार पकड़ेगा। इन गांवों को किया चयनित
कुरसंडा, बिसावर, कजरौठी, सलेमपुर, गुतहरा, धाधऊ, विजाहरी, रुहेरी, समामई रूहल, बसई बाबस, पोरा, नगरिया पट्टी देवरी, अगसौली, कचौरा, पिपलगंवा, अल्लेहपुर चुरसैन, ऐंहन, देवीनगर, वर्द्धवारी, अहवरनपुर, उदयभान भकरोई।
556 लोगों का हुआ टीकाकरण
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीका लगवाना बहुत जरूरी है, लेकिन लोगों को यह बात समझानी पड़ रही है। गुरुवार को एक बार फिर जिले में सुस्त गति से टीकाकरण हुआ। 21 केंद्रों पर 556 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। 526 लोगों को पहली व 30 लोगों को दूसरी डोज दी गई। सत्यापन के कार्य न होने से अटका शिक्षकों का वेतन
संस, हाथरस : बेसिक स्कूलों में तैनात नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन न मिल पाने से वे परेशान हैं। शिक्षकों के सत्यापन का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। इसकी वजह से शिक्षकों का वेतन लटक गया है।
अक्टूबर -20 व जनवरी-21 में बेसिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती काउंसिलिग के जरिए हुई थी। जिले में करीब 610 शिक्षकों की तैनाती हुई थी। वेतन के लिए शिक्षकों के शैक्षिक मूल प्रमाण पत्रों का सत्यापन होना था। विभाग ने सत्यापन के लिए पहल की, लेकिन अप्रैल में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ जाने के कारण सत्यापन कार्य अटक गया। वेतन के लिए लगातार शिक्षक व शिक्षिकाएं अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शिक्षकों को वेतन कब मिलेगा।