अब ओडीएफ प्लस को जुटे सात नगर निकाय
मैंडू में दौरा कर चुकी है स्वछ भारत मिशन की केंद्रीय टीम
संवाद सहयोगी, हाथरस : नौ में से सात नगर निकायों के ओडीएफ होने के बाद इनमें अब ओडीएफ प्लस का तमगा पाने की मुहिम छिड़ चुकी है। मैंडू में तो स्वच्छ भारत मिशन की केंद्रीय टीम दौरा भी कर चुकी है। हालांकि ओडीएफ प्लस की राह आसान नहीं है। इसके लिए नगर निकायों में प्रत्येक घर को शौचालय की सुविधा मुहैया करानी होगी और कूड़े का बेहतर प्रबंधन करना होगा।
जिले के नौ नगर निकायों में से सहपऊ और पुरदिलनगर को छोड़ सभी नगर निकाय ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) घोषित हो चुके हैं। ओडीएफ घोषित होने का मतलब है कि नगर निकाय के प्रत्येक परिवार को व्यक्तिगत या सार्वजनिक शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। ओडीएफ प्लस का दायरा इससे कहीं बड़ा होगा। स्वच्छ भारत मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष अग्रवाल के मुताबिक जो नगर निकाय ओडीएफ हो चुके हैं, उन्हें ओडीएफ प्लस कराया जाना है। नगर निकायों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। पूरे मंडल में केवल मैंडू ही है जहां केंद्रीय टीम दौरा कर चुकी है। ओडीएफ प्लस की तैयारियों को लेकर मैंडू नगर निकाय मंडल में टॉप पर है।
दूसरे नगर निकायों को भी ओडीएफ प्लस का खिताब दिलाने के लिए तैयारी की जा रही है। ओडीएफ प्लस का खिताब उन्हीं नगर निकायों को मिलेगा जहां लगभग सभी परिवारों के पास व्यक्तिगत शौचालय हों और कूड़े का निस्तारण सही तरह से किया जा रहा हो। पूरे नगरीय क्षेत्र में ढूंढ़ने पर भी गंदगी न मिले, नाले-नालियां साफ रहें और नियमित रूप से सड़कों की सफाई हो। सर्वेक्षण में मैंडू रहेगा टॉप पर!
स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों का कहना है कि ओडीएफ होने का फायदा नगर निकायों को जरूर मिलेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में उनकी रैंक में इससे सुधार होगा। 31 जनवरी तक यह सर्वेक्षण किया गया था। सर्वेक्षण के दौरान तैयारियां बेहतर होने का फायदा मैंडू को जरूर मिलेगा। सर्वेक्षण में मैंडू के नगर पंचायतों में अव्वल रहने की संभावना है। वहीं सहपऊ और पुरदिलनगर नगर पंचायत के ओडीएफ न होने से उनकी रैंक गिर सकती है।