अब अन्नदाताओं पर महंगाई की चोट

रोटावेटर हैरो व कल्टीवेटर पर पांच से 12 हजार तक बढे़ 38 हजार के 45 व एक लाख वाला एक लाख 12 हजार का हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 03:28 AM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 03:28 AM (IST)
अब अन्नदाताओं पर महंगाई की चोट
अब अन्नदाताओं पर महंगाई की चोट

जासं, हाथरस : खाद, बीज, बिजली और अन्य वस्तुओं की महंगाई झेल रहे किसानों पर महंगाई की एक और चोट पड़ी है। लोहा और आक्सीजन के दाम बढ़ने से कृषि उपकरण और महंगे हो गए हैं। इसका असर किसानों की जेब पर पड़ा है और उनकी सब्सिडी में मिलने वाली राहत भी कम हो गई है।

खेती में हैरो और कल्टीवेटर का प्रयोग लंबे समय हो रहा है। अब रोटावेटर का भी प्रयोग बढ़ने लगा है। आजकल इन कृषि उपकरणों पर भी महंगाई की मार पड़ रही है। इन उपकरणों को बनाने में सबसे अधिक लोहे का प्रयोग किया जाता है। वेल्डिग व अन्य कार्य के लिए इंडस्ट्रियल आक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ती है। आजकल इनके दाम बढ़े हुए हैं। कच्चे माल के दाम बढ़ने से उत्पादन लागत बढ़ी है। वहीं लोहे के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। लोहा महंगा होने के कारण उपकरण के दाम में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। तैयार माल के भाव पांच से 12 हजार रुपये तक बढ़ गए हैं। यह दाम पिछले चार से पांच महीने के अंदर बढ़े हैं।

पहले रोटावेटर एक लाख रुपये का आ रहा था। अब वह एक लाख 12 हजार रुपये का हो गया है। वहीं हैरो पहले 38 हजार रुपये का आ रहा था। अब वह 45 हजार रुपये का हो गया है। इसी प्रकार कल्टीवेटर 20 हजार रुपये का आ रहा था। अब वह 25 रुपये का मिल रहा है। महंगाई से सब्सिडी पर असर पड़ा है। इससे किसानों पर सब्सिडी से मिलने वाला लाभ कम हो गया है। बाहर के कृषि उपकरणों

की कम नहीं है मांग

जनपद में सासनी के अलावा पड़ोसी जनपद राया में भी कृषि उपकरणों का निर्माण किया जाता है। इसके अलावा पंजाब व जयपुर से भी कृषि उपकरण आते हैं। जानकार बताते हैं कि बाहर से आने वाले कृषि उपकरण वजन में हल्के हैं। इससे ट्रैक्टर पर लोड अधिक नहीं पड़ता। भारी कृषि उपकरण से ट्रैक्टर की लिफ्ट खराब हो जाती है। वर्जन --

लोहा व इंडस्ट्रियल आक्सीजन गैस के दाम बढ़े हैं। इन पर महंगाई आने से कृषि उपकरणों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले चार महीनों के अंदर इतना अंतर आया है।

सचिन वाष्र्णेय, डिस्ट्रीब्यूटर

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