अब पीआरवी की तरह एंबुलेंस की सुविधा
फोन काल करने के 15 मिनट के भीतर पीड़ित तक पहुंचेगी 108 एंबुलेंस।
प्रमोद सिंह, हाथरस : हादसे में घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अब 108 एंबुलेंस सेवा और जल्दी घटनास्थल पर पहुंचेगी। 108 एंबुलेंस सेवा पुलिस रेस्पांस व्हीकल (पीआरवी) की तरह काम करेगी। 15 मिनट के भीतर जरूरतमंद के पास पहुंचेगी। इसके लिए जिले में बीस हाट स्पाट बनाए गए हैं। यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।
अभी यह थी व्यवस्था
108 एंबुलेंस की सुविधा लेने के लिए मरीजों को लखनऊ फोन करना पड़ता है। लखनऊ से संबंधित सीएचसी पर खड़ी 108 एंबुलेंस को सूचना दी जाती है। दूरी अधिक होने के कारण कई बार घटनास्थल तक पहुंचने में एंबुलेंस को काफी समय लग जाता था। उपचार समय से न मिलने के कारण सड़क हादसों में घायल मरीजों की मौत हो जाती है। पुलिस की तर्ज पर बने हाट स्पाट
अब एंबुलेंस सेवा पीआरवी की तर्ज पर काम करेंगी। लखनऊ से काल आते ही वह तत्काल घटनास्थल पर पहुंच जाएगी। एंबुलेंस को अगर कोई घायल रास्ते में मिल जाता है तो भी बिना काल के ही उन्हें जिला अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा। अब तक काल आने के बाद ही एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंचती थी। तय किए बीस हाट स्पाट
जिस तरह पुलिस महकमे की पीआरवी वैन बनाए गए हाट स्पाट पर खड़ी रहती है, उसी तरह एंबुलेंस भी हाट स्पाट पर खड़ी मिलेंगी। जिले के बीस स्थानों को हाट स्पाट बनाया गया है। इनमें सासनी में कोतवाली चौराहा, हनुमान चौकी, रुहेरी, हतीसा भंगवतपुर, नगला भुस, सादाबाद के विनोबा नगर चौराहा, कुरसंडा मोड़, डीएम कार्यालय, सहपऊ में जलेसर मार्ग, अगसौली चौराहा, पंत चौराहा, नगला रति, सलेमपुर के अलावा हाथरस जंक्शन के कैलोरा चौराहा, लाडपुर और मधुगढ़ी के अर्बन हास्पिटल शामिल हैं। कम होगा रेस्पोंस टाइम
सीएचसी या अस्पताल से घटना स्थल पर जाने में एंबुलेंस को 15 मिनट से अधिक समय लग जाता था। कई बार देरी के कारण मरीज की इलाज के अभाव में मौत भी हो जाती थी। अब हाट स्पाट पर खड़े रहने से 108 एंबुलेंस का रेस्पोंस टाइम कम हुआ है। इनकी सुनो
मरीजों को समय से एंबुलेंस 108 सुविधा का लाभ मिल सके, इसके लिए बेहतर प्रयास किए गए हैं। जिले में 20 हाट स्पाट बनाए गए हैं। सूचना पर तत्काल एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंचेगी।
दुष्यंत सिंह, कार्य प्रबंधक, एंबुलेंस सेवा।