वेस्ट थर्मोकॉल से राम मंदिर के बनाए मॉडल

संसू हाथरस अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर रामभक्तों में जबरदस्त उत्साह है। लोग अलग-अलग अंदाज में इसका इजहार भी कर रहे हैं। ऐसे ही रामभक्तों में सासनी कस्बे के एक युवक ने श्रीराम मंदिर का मॉडल वेस्ट थर्मोकॉल से तैयार कर भगवान राम के प्रति अपनी भावनाओं को उजागर किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 01:19 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 01:19 AM (IST)
वेस्ट थर्मोकॉल से राम मंदिर के बनाए मॉडल
वेस्ट थर्मोकॉल से राम मंदिर के बनाए मॉडल

संसू, हाथरस : अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर रामभक्तों में जबरदस्त उत्साह है। लोग अलग-अलग अंदाज में इसका इजहार भी कर रहे हैं। ऐसे ही रामभक्तों में सासनी कस्बे के एक युवक ने श्रीराम मंदिर का मॉडल वेस्ट थर्मोकॉल से तैयार कर भगवान राम के प्रति अपनी भावनाओं को उजागर किया है।

मोहल्ला ब्राह्मणपूरी निवासी 35 वर्षीय कुलदीप चौहान पुत्र जगवीर सिंह हिदुत्ववादी संगठन से जुड़े हुए हैं। राम मंदिर को लेकर उनके मन में भी जिज्ञासा पैदा हुई। वेस्ट थर्माकोल से तीन माह में राम मंदिर के भव्य दो मॉडल तैयार कर दिए। कुलदीप ने बताया कि मंदिर सवा मीटर ऊंचा व सवा मीटर चौड़ा बनाया है, जिसमें थर्माकोल, फेविकोल व लाइटिग के साथ ही कलरिग भी की है। इस मॉडल को बनाने में मात्र एक हजार रुपये खर्च आया है। उनका कहना है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर करोड़ों आस्थावानों का सपना है जो अब साकार होने जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह मॉडल तैयार किया है।

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सी-जेल में ही व्रत रखकर

मनाई थी करवा चौथ

जासं, हाथरस : राम मंदिर आंदोलन में शहर की महिलाओं की उल्लेखनीय भूमिका रही है। 1991 में राम मंदिर के लिए जब जेल भरो आंदोलन चल रहा था तब हिदूवादी महिलाओं व अन्य को चंदपा में गिरफ्तार कर आगरा की सेंट्रल जेल में बंद किया गया। वहां महिलाएं सात दिन जेल में रहीं। उन्हें इस बात की खुशी है कि उनका सपना पांच अगस्त को साकार होने जा रहा है।

मुरसान गेट निवासी दुर्गावाहिनी की पूर्व संयोजिका राधा गौड़ ने बताया कि 1991 में सभी महिलाएं जयश्रीम के नारे लगाते हुए नयागंज स्थित आर्यसमाज मंदिर पर एकत्रित हुईं। वहां से मुख्य बाजार, सासनी गेट चौराहा पर होते हुए तालाब चौराहे पर पहुंचीं। उसके बाद यहां से जाते समय चंदपा थाने पर गिरफ्तारी हुई। वहां से आगरा जेल भेजा गया। जेलर ने सभी को अंदर नहीं जाने दिया। सारी रात हमको यह कहकर बाहर रोका गया कि यह महिला जेल नहीं है। भारी जद्दोजहद के बाद हमें सात दिन तक जेल में रखा गया। उस समय करवा चौथ पड़ी थी। हमने व्रत रखा और वहीं पर करवा चौथ मनाई थी। उस समय संतोष देवी, गंगा देवी, कुसुमलता आर्य, कुसुमा देवी मदनावत, रजनी आंधीवाल, प्रकाश आदि महिलाएं मौजूद रहीं।

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