गांवों में कोरोना से निपटने को मेगा प्लान

सभी न्याय पंचायतों में बनाए 64 सेक्टर प्रभारी रोजाना देंगे रिपोर्ट बीडीओ बनाए गए हैं जोनल प्रभारी तो एसडीएम हैं सुपर जोनल प्रभारी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 04:51 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 04:51 AM (IST)
गांवों में कोरोना से निपटने को मेगा प्लान
गांवों में कोरोना से निपटने को मेगा प्लान

जागरण संवाददाता, हाथरस : कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने मेगा प्लान बनाया है। प्लान के तहत जिले की सभी 463 ग्राम पंचायतों के लिए 64 न्याय पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों के अफसरों को सेक्टर प्रभारी बनाया गया है, जो प्रतिदिन कोरोना से संबंधित पूरी जानकारी अपने जोनल प्रभारी यानी खंड विकास अधिकारी को देंगे। खंड विकास अधिकारी उसी दिन पूरी सूचना एसडीएम यानी सुपर जोनल प्रभारी को देंगे।

जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण से बचने को ग्राम पंचायतों में निगरानी समितियां काम कर रही हैं। इन समितियों को सक्रिय रखते हुए ग्राम पंचायतों के व्यक्तियों के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना हर दिन खंड विकास अधिकारियों को देनी होगी। इस व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सभी 64 न्याय पंचायतों में सेक्टर प्रभारी बना दिया गया है। पॉजिटिव मरीजों के घरों की बैरिकेडिग कराते हुए कोरोना किट की व्यवस्था के साथ पहले से ही गांव में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के निर्देश दिए गए हैं। पूरी व्यवस्था सुचारु चलाने के लिए विभिन्न विभागों के अफसरों को सेक्टर प्रभारी, खंड विकास अधिकारियों को जोनल प्रभारी और सुपर जोनल प्रभारी सभी उप जिलाधिकारियों को बनाया गया है।

गांवों में कोरोना की एंट्री ने बढ़ाईं चिता

कोरोना का प्रकोप तो पहले से ही शहर से लेकर देहात तक था, मगर अप्रैल में पंचायत चुनाव के चलते शासन से लेकर प्रशासन तक ग्रामों में सजगता बरतने को लेकर खामोशी साधे रहे। जैसे ही पंचायत चुनाव का परिणाम आया, शासन के निर्देश पर प्रशासन भी गांव-गांव कोरोना को लेकर सावधानी बरतते हुए नजर आया। गांव-गांव निगरानी समितियों को एक्टिव किया गया, क्योंकि शासन और प्रशासन के पास सबसे बड़ा सहारा निगरानी समितियां ही होती हैं। इनमें आशा, आंगनबाड़ी और सचिव के अलावा लेखपाल भी होते हैं।

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