कबाड़ के गोदाम में लगी भीषण आग

कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के पत्थर वाली रोड स्थित गोदाम में लगी आग।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 01:07 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 01:07 AM (IST)
कबाड़ के गोदाम में लगी भीषण आग
कबाड़ के गोदाम में लगी भीषण आग

संवाद सहयोगी, हाथरस : मथुरा रोड पर मधुगढ़ी स्थित पत्थर वाली गली में कबाड़ के गोदाम में सोमवार की देर रात अचानक आग लग गई। आग के विकराल रूप को देखकर आसपास रहने वाले लोग सहम गए। सूचना पर पहुंची पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम की कड़ी मशक्कत से करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। लाखों रुपये का नुकसान बताया गया है।

कोतवाली सदर क्षेत्र की मधुगढ़ी निवासी बंटू कुरैशी की पत्थर वाली रोड पर प्लास्टिक आदि के कबाड़ का गोदाम है। सोमवार की देर रात को अचानक गोदाम से आग की लपटों को देख आसपास रहने वाले लोग दहशत में आ गए। एकत्रित लोगों ने आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड विभाग को दी। सूचना पर दमकल कर्मियों के अलावा कोतवाली सदर पुलिस मौके पर पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि लपटों को देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे। देखते ही देखते आग काफी उग्र हो गई। बताते हैं कि आग में कई बकरियों और मुर्गियों की भी जलकर मौत हो गई।

भीषण आग बुझाने में स्थानीय लोगों के साथ-साथ फायर ब्रिगेड की टीम को करीब तीन घंटे का समय लगा। शहर के अलावा सादाबाद व सिकंदराराऊ से भी दमकल बुलानी पड़ी। चार दमकलों ने आग पर काबू पाया। जब तक आग पूरी तरह बुझ नहीं गई, तब तक आसपास रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खड़े रहे। आग बुझ जाने के बाद भी काफी देर तक धुआं निकलता रहा। शुक्र है कि बड़ा हादसा टल गया। क्योंकि गोदाम के आसपास घनी बस्ती है। यदि आग उन घरों तक पहुंच जाती तो हादसा अधिक भयानक हो जाता। हाईटेंशन तार से हुआ शार्ट सर्किट

गोदाम स्वामी बंटू कुरैशी का दावा है कि गोदाम के ऊपर से 11 हजार की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। तार टूटने की वजह से पूर्व में कई बार हादसे हो चुके हैं। लाइन सही करने के लिए विद्युत महकमे के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र तक लोगों के द्वारा दिए जा चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी आज तक कोई सुनवाई विद्युत विभाग के अधिकारियों ने नहीं की।

इनका कहना है

आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। चार दमकलों को मौके पर बुलाना पड़ा। नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। करीब तीन घंटे की मशक्कत से आग बुझ पाई।

एके सिंह, अग्निशमन अधिकारी। विद्युत लाइनों के नीचे निर्माण करना या गोदाम बनाना अवैध है। विभाग की कोई लापरवाही हादसे में नहीं है। फिर भी कर्मचारियों को भेजकर तारों को दिखवाया जाएगा।

-सुभाष चंद्रा, एक्सईएन, प्रथम।

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