जीतकर भी शपथ नहीं ले पाएंगे तमाम प्रधान

जिले में 5781 ग्राम पंचायत सदस्य पदों में 3283 ही निर्वाचित शपथ के लिए दो तिहाई सदस्यों का होना जरूरी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 11:40 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 11:40 PM (IST)
जीतकर भी शपथ नहीं ले पाएंगे तमाम प्रधान
जीतकर भी शपथ नहीं ले पाएंगे तमाम प्रधान

योगेश शर्मा, हाथरस : ये खबर पढ़कर उन नए नवेले प्रधानों का जश्न काफूर हो सकता है जो प्रधान बनने को तो पसीना बहाते रहे मगर ग्राम पंचायत सदस्यों के निर्वाचन की चिता नहीं की। दो मई को आए परिणाम इशारा कर रहे हैं कि तमाम नए प्रधान शपथ नहीं ले पाएंगे, क्योंकि उनकी पंचायत में दो तिहाई सदस्यों का निर्वाचन नहीं हो पाया है। जिले में ग्राम पंचायत सदस्यों के कुल 5781 पद हैं, जिनमें से 3263 सदस्य ही निर्वाचित हुए हैं। इनमें भी 2728 निर्विरोध चुने गए और 535 चुनाव जीतकर आए। यानी 2518 ग्राम पंचायत सदस्यों के पद खाली रह गए।

प्रधान पद के लिए तो खूब दावेदार मैदान में उतरे थे, लेकिन ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। जनपद की 463 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सदस्यों के 5781 पद हैं। इसमें 2728 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए। 2518 पदों पर नामांकन ही नहीं हुए। जानकारों का मानना है कि ग्राम पंचायत के गठन के लिए दो तिहाई ग्राम पंचायत सदस्यों का निर्वाचित होना आवश्यक है।

उदाहरण के रूप में ब्लाक सहपऊ को ही ले लीजिए, इस ब्लाक में कुल 51 ग्राम पंचायतें हैं जिसमें से 14 ग्राम पंचायत ही ऐसी हैं जहां दो तिहाई सदस्यों का निर्वाचन हुआ है। बाकी 36 ग्राम पंचायतों में कोरम पूरा न होने से पंचायतों का गठन नहीं होगा। ऐसे में सचिव ही गांव का प्रशासक बना रहेगा। ये भी जानिए

ग्राम पंचायत के गठन के लिए दो तिहाई ग्राम पंचायत सदस्यों का होना जरूरी।

सदस्यों का कोरम पूरा न होने की स्थिति में ग्राम प्रधान को नहीं दिलाई जा सकेगी शपथ।

-ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समितियों में सदस्यों की होती है अहम भूमिका।

प्रधान के बोल

ये तो हर शिक्षित उम्मीदवार को मालूम होना चाहिए कि गांव की सरकार के लिए भी दो तिहाई बहुमत होना चाहिए। घर में पति गौरव प्रताप सिंह प्रधान रहे थे, इसलिए सारी तैयारियां पहले ही की थीं।

शिवानी सिंह, प्रधान गंगचौली, हाथरस। ये नियम पहले से हैं कि दो तिहाई सदस्यों के होने पर ही प्रधान को पंचायत के अधिकार मिल पाएंगे, मगर इस बार काफी संख्या में ग्राम पंचायतों का गठन नहीं हो पाएगा, क्योंकि सदस्यों के निर्वाचन पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

कृष्ण कुमार शर्मा, पूर्व प्रधान खुंटीपुरी, मुरसान।

यह भी है नियमों

जिस ग्राम पंचायत क्षेत्र की जनसंख्या एक हजार तक हो, उसमें नौ सदस्य होंगे। जनसंख्या एक हजार से अधिक लेकिन दो हजार से कम हो तो पंचायत में 11 सदस्य होंगे। ग्राम पंचायत की आबादी दो हजार से अधिक लेकिन तीन हजार से कम हो तो उसमें 13 सदस्य होंगे। आबादी तीन हजार से अधिक हो तो 15 सदस्य होंगे।

किस ब्लाक में कितनी पंचायतें जुटा सकीं दो तिहाई बहुमत

हाथरस ब्लाक : 72 ग्राम पंचायतों में 25 पंचायतों में ही कोरम पूरा

मुरसान ब्लाक : 81 ग्राम पंचायतों में 30 पंचायतों में ही कोरम पूरा।

सासनी ब्लाक : 82 ग्राम पंचायतों में 20 पंचायतों में ही कोरम पूरा है।

सिकंदराराऊ ब्लाक : 50 ग्राम पंचायतों में से 18 पंचायतों में ही कोरम पूरा है।

हसायन ब्लाक : 69 ग्राम पंचायतों में से 25 पंचायतों में ही कोरम पूरा।

सादाबाद ब्लाक : 58 ग्राम पंचायतों में से 29 पंचायतों में ही कोरम पूरा है।

सहपऊ ब्लाक : 51 ग्राम पंचायतों में से 14 पंचायतें जुटा सकीं बहुमत- सहपऊ।

वर्जन --

ऐसे कई गांव हैं जहां ग्राम पंचायत सदस्यों का कोरम पूरा नहीं है। ब्लाकवार आंकड़े निकाले जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों की सूची बनाई जा रही है। जिन गांवों में कोरम पूरा नहीं हैं, ऐसे में गांवों में प्रशासक नियुक्त किया जाएगा।

बनवारी सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी हाथरस।

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