प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी..

नवरात्र के दूसरे दिन सभी देवी मंदिरों पर पूजा-अर्चना का दौर चला। सुबह से ही मंदिरों में भक्त पूजा की थाली लिए मंदिरों में पहुंचने लगे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 12:48 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 12:48 AM (IST)
प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी..
प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी..

संवाद सहयोगी, हाथरस: नवरात्र के दूसरे दिन सभी देवी मंदिरों पर पूजा-अर्चना का दौर चला। सुबह से ही मंदिरों में भक्त पूजा की थाली लिए मंदिरों में पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं ने मैया की आराधना करते परिक्रमा कर जलाभिषेक करते हुए पूजा की। देहात के मंदिरों पर भक्त कतार में लगे अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

मंदिरों में सुबह से ही लाउड स्पीकर पर बज रही धार्मिक धुनें अनायास ही भक्तों का ध्यान अपनी ओर खींचने लगती हैं। नवरात्र के दिनों में सुबह से ही घरों में तैयारियां शुरू हो जाती हैं। नौ दिनं तक हर दिन माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। दूसरे दिन बुधवार को मां ब्रह्मचारिणी की लौंग, कपूर से पूजा अर्चना की गई। मान्यता है कि इस रूप में देवी की पूजा करने से मनुष्य में वैराग्य, त्याग, तपस्या के साथ संयम का भाव जागृत होता है। तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की प्राप्ति होती है। शहर के हाथुरसी देवी मंदिर, मशानी देवी मंदिर, बौहरे वाली, चामुंडा देवी के अलावा बिसाना स्थित मां तारागढ़ व कंकाली देवी मंदिर पर भक्तों की काफी भीड़ रही।

शतचंडी यज्ञ में दीं आहुतियां

रमनपुर स्थित चामुंडा मंदिर पर शतचंडी यज्ञ में दूसरे दिन लोगों ने खुशहाली व महामारी को दूर करने की कामना के साथ आहुतियां दीं। यज्ञ में मंत्रोच्चार यज्ञाचार्य आचार्य पंकज मिश्रा ने किए। वहीं शाम के समय श्रीमद् भागवत महापुराण आचार्य पं. संदीपकृष्ण भारद्वाज ने सुनाए। इसमें नागाबाबा पाताल गिरी मौजूद थे। देहात के मंदिरों पर रही रौनक

देहात क्षेत्रों में भी नवरात्र का उल्लास है। बिसाना में मां तारागढ़ वाली, सासनी में कंकाली, सहपऊ में भद्रकाली, कुरसंडा में मां कुष्मांडा सहित प्रमुख मंदिरों पर सुबह से ही पूजा के लिए भीड़ लग जाती है। हसायन सहित कई जगह माता की सुंदर झांकियां सजाई गई हैं। वहीं प्रमुख मंदिरों पर बिना मास्क के मंदिरों में प्रवेश पर प्रतिबंध रहा।

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