कोरोना काल में लूट की खुली छूट
-चीनी के दाम में तीन रुपये प्रति किलो तक की दिखी बढ़ोत्तरी -दाल व मसाले सहित अन्य सामान की भी जमकर कालाबाजारी।
जासं, हाथरस : कोरोना काल भले ही जिदगी के साथ रोजी-रोटी पर संकट लाया है, लेकिन इस काल का मुनाफाखोर, जमाखोर और कालाबाजारी करने वाले भी खूब उठा रहे हैं। बाजार के अनुसार न तो खेतों में और न ही फैक्टियों में उत्पादन की कमी रही, फिर भी बाजार में खाद्य वस्तुओं के दाम आसमान छूने लगे हैं। कोरोना के भय और लॉकडाउन की सुनकर खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। इसका फायदा दुकानदार उठा रहे हैं।
सरकार ने रविवार के बाद अब शनिवार को भी लॉकडाउन के आदेश कर दिए। नाइट कर्फ्यू की भी बात चल रही है। लोगों में पिछले साल के अनुभव को देखते हुए असमंजस का माहौल बना हुआ है। सरकार की ओर से खाद्य पदार्थों, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं को हर तरह की बंदिशों से दूर रखा, फिर भी लोग रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं की अतिरिक्त खरीद कर रहे हैं। बाजार में सुबह से ही भीड़ नजर आ रही है। बाजार में पिछले दस दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो महंगाई ने लोगों की जेब पर काफी असर डाला है। दुकानदार प्रदीप कुमार वाष्र्णेय ने बताया कि रोजमर्रा की सभी वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं। मार्केट में लॉकडाउन की वजह से अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। महंगाई में मिलावट की आशंका : बाजार में महंगाई से मिलावट की आशंका बढ़ गई है। सरसों के तेल से लेकर पिसे मसाले में मिलावट कर मुनाफा देखा जा रहा है। शहर में पहले भी कई बार मिलावटी सामान पकड़े जा चुके हैं। सरसों के तेल में रिफाइंड और कलर मिलाकर तैयार करने की शिकायतें मिलती रही हैं। वहीं धनिया में बुरादा, लाल मिर्च व हल्दी में रंग मिलाया जाता है। रिफाइंड ऑयल में पाम ऑयल की मिलावट की जाती है।
पिछली साल भी की थी कमाई : यह कोई नया मौका नहीं है। बाजार के लोगों की मानें तो पिछले साल भी दुकानदारों ने मनमाने दाम वसूले थे। थोक विक्रेताओं से लेकर फुटकर विक्रेताओं तक ने जमकर चांदी काटी थी। वही हाल बाजार में आजकल दिखाई दे रहा है। यदि कोरोना काल बढ़ा तो महंगाई और बढ़ सकती है। दस दिन में इस तरह बढ़े दाम
वस्तु, दाम पहले, अब
चीनी, 34, 37
सरसों तेल, 140, 170
रिफाइंड ऑयल, 110, 150
अरहर, 100, 120
लालमिर्च, 160, 220
जीरा, 150, 170
हल्दी, 90, 100
धनिया, 80, 100
चाय, 160, 220
(भाव रुपये प्रति किलो)