ठेकों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी : डीएम

पुलिस से तालमेल बिठाकर तगड़ा चेकिग अभियान चलाए आबकारी शराब में गड़बड़ी मिलने पर तत्काल निरस्त किए जाएं लाइसेंस।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 03:50 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 03:50 AM (IST)
ठेकों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी : डीएम
ठेकों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी : डीएम

जासं, हाथरस : जनपद में अवैध शराब के निर्माण एवं बिक्री पर अंकुश के लिए जिलाधिकारी रमेश रंजन ने सोमवार को आबकारी अधिकारी के साथ बैठक की। इस दौरान शराब ठेकों पर सीसीटीवी से निगरानी के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार को पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित कर अभियान चलाकर मदिरा की दुकानों की जांच करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल कड़ी कार्रवाई करने, लाइसेंस निरस्त करने के निर्देश दिए। मदिरा की दुकानों पर सेल्समैन की नियुक्ति पुलिस वेरीफिकेशन के पश्चात कराने के निर्देश दिए। कहा कि सुनिश्चित करें कि कार्यरत सेल्समैन जनपद का निवासी ही होना चाहिए। जनपद में संचालित मदिरा की दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए। जनपद के जिन उद्योगों में मिथाइल अल्कोहल का प्रयोग किया जाता है, उन उद्योग संचालकों से संपर्क कर जानकारी की जाए कि मिथाइल अल्कोहल की आपूर्ति कहां से ली जा रही है तथा उस संस्था का पूरा विवरण प्राप्त करते हुए समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी को मिथाइल अल्कोहल की आपूर्ति के संबंध में लगातार मॉनीटरिग करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी जेपी सिंह, प्रभारी अधिकारी कलक्ट्रेट राजकुमार सिंह यादव उपस्थित रहे। खोखे-ढाबे पर शराब पिलाए जाने का दावा सच साबित

जासं, हाथरस : दैनिक जागरण ने तीन जून के अंक में इस बात का जिक्र किया था कि पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से खोखे और ढाबों पर अवैध रूप से शराब परोसी जाती है। एसपी की कार्रवाई से सच्चाई सामने आ गई।

'मौत की मदिरा' अभियान के तहत दैनिक जागरण ने बताया था कि हाथरस में अलीगढ़ रोड पर शाम होते ही मयखाने सजने शुरू हो जाते हैं। ताबड़तोड़ चेकिग और दबिश के बाद भी ढाबों पर मयखाने सज रहे थे। यह सब पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से होता रहा है। मंडी के आसपास के ढाबों पर भी यह धंधा जोरों से चल रहा है। रोड पर पुलिस भले ही गश्त करती है, लेकिन ढाबों पर शराब पिलाने का धंधा बदस्तूर चलता रहता है। चर्चाएं यह भी हैं कि बिना नजराना दिए कोई भी होटल और ढाबा या फिर ढकेल वाले के पास शराब पीने को कोई खड़ा होने की हिम्मत तक नहीं जुटा सकता। वर्जन

ढाबे पर शराब पिलाने पर दारोगा और सिपाही के निलंबन के बाद इलाके के आबकारी निरीक्षण की भूमिका की विभागीय जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर उन पर भी कार्रवाई होगी।

सुबोध कुमार श्रीवास्तव, जिला आबकारी अधिकारी, हाथरस।

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