झांसी-नोएडा में अस्थायी कनेक्शन में हुए घोटाले से नहीं लिया सबक

जनपद में हैं कुल चार डिवीजन एक ही डिवीजन के मिले हैं आंकड़े घोटाला खुलने पर शक्ति भवन से आंकड़े जुटाने के हुए थे निर्देश।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:49 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:49 AM (IST)
झांसी-नोएडा में अस्थायी कनेक्शन में हुए घोटाले से नहीं लिया सबक
झांसी-नोएडा में अस्थायी कनेक्शन में हुए घोटाले से नहीं लिया सबक

जासं, हाथरस : झांसी और नोएडा में बिजली विभाग की ओर से दिए गए अस्थायी कनेक्शन में करोड़ों का चूना लगने के बाद यहां के अभियंता सबक नहीं ले रहे हैं। बिजली विभाग के पास अभी तक यह जानकारी नहीं है कि जनपद में कितने अस्थायी कनेक्शन चल रहे हैं। अस्थायी कनेक्शन चलने से विभाग को कितना नुकसान हो रहा है और कितना राजस्व मिल रहा है। यह भी पता नहीं चल पा रहा है।

यह हैं हालात : पिछले दिनों कंस्ट्क्शन कंपनियों और अन्य के द्वारा नोएडा में अस्थायी कनेक्शन चलवाने के कारण करोड़ों रुपये का विभाग को चूना लग चुका है। इस मामले में कई अभियंताओं को हटाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी तरह का मामला झांसी में भी पकड़ा जा चुका है। इसके बाद लखनऊ स्थित शक्ति भवन से सभी जिलों से अस्थायी कनेक्शन के आंकड़े मांगे गए थे, लेकिन अभी तक ये आंकड़े उपलब्ध नहीं हो सके हैं।

इनकी है जिम्मेदारी : जनपद में चार डिवीजन हैं। सासनी-सिकंदराराऊ मिलाकर एक डिवीजन, सादाबाद, हाथरस देहात और हाथरस शहर अलग डिवीजन हैं। इन डिवीजन का जिम्मा अलग-अलग अधिशासी अभियंताओं पर है। इन सबके ऊपर अधीक्षण अभियंता हैं। इसके अलावा सभी डिवीजन में दो से तीन एसडीओ के अलावा अवर अभियंता और टीजी टू कर्मचारी के अलावा संविदा कर्मी भी हैं। अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंताओं को जनपद में अस्थायी कनेक्शन का पता भले न हो, लेकिन एसडीओ और जेई के अलावा टीजी टू कर्मचारी व संविदा कर्मियों को सबकुछ पता होता है। इतने बड़े नेटवर्क के बावजूद अभी तक विभाग के पास अस्थायी कनेक्शन का पता नहीं चल सका है। अधीक्षण अभियंता जगतराम का कहना है कि अभी तक एक ही डिवीजन के आंकड़े मिले हैं। इस डिवीजन में कितने कनेक्शन हैं यह भी अफसर बताने में कतरा रहे हैं।

नहीं रोक पा रहे लाइन लास : जनपद में इतने ज्यादा अफसरों और कर्मचारियों के होते हुए भी बिजली की चोरी नहीं रुक पा रही है। लाइन लास के आंकड़े बढ़े ही हैं। शहर और देहात क्षेत्र में 40 फीसद तक बिजली चोरी हो रही है। सूत्र बताते हैं कि बिजली चोरी लगातार बढ़ रही है। अब तक जनपद में बिजली चोरी की लगभग 12750 रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं।

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