किसानों पर 'राजा' मेहरबान, 'लक्ष्मी' की कृपा

शीतगृह में 1000 रुपये से अधिक पहुंचा प्रति पैकेट आलू का भाव इसमें होता है 50 किलो आलू।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:31 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:31 AM (IST)
किसानों पर 'राजा' मेहरबान, 'लक्ष्मी' की कृपा
किसानों पर 'राजा' मेहरबान, 'लक्ष्मी' की कृपा

संसू, सादाबाद : सब्जियों के राजा आलू से मंदी के बादल छंट रहे हैं। पिछले 15 दिन में आलू के फुटकर से लेकर थोक भाव में 300 रुपये से लेकर 400 रुपये प्रति पैकेट तक का इजाफा हुआ है। इससे आलू उत्पादक किसानों के चेहरे खिल गए हैं। इस बार दीपावली तक और अधिक दाम बढ़ने की उम्मीद से साफ हो गया है कि किसानों के घर सब्जियों के राजा की कृपा से लक्ष्मी बरसेंगी। मंगलवार को कोल्ड स्टोरेज पर आलू के प्रति पैकेट भाव एक हजार रुपये पार कर गए थे।

ये है स्थिति : जनपद में सादाबाद क्षेत्र में आलू का सबसे अधिक रकबा है। यहां के किसान आलू पर ही निर्भर हैं। 10 प्रतिशत किसान ही आलू के बाद दूसरी फसल की खेती करते हैं। आलू मंदा रहे या फिर फिर महंगा, वे इसी फसल को करते हैं। अपना घाटा इसी फसल से पूरा करते हैं। पिछले साल आलू के भाव अच्छे रहने से किसान मालामाल हो गए थे। इस बार शुरुआत से आलू सस्ते चल रहे थे। नवरात्र से पहले आलू पांच सौ रुपये से 650 रुपये प्रति पैकेट चल रहा था। किसान दाम बढ़ने की आस में कोल्ड स्टोरेज में आलू रोककर चल रहे थे। अधिकारियों की बार-बार अपील के बावजूद किसान आलू नहीं निकाल रहे थे। अब हालात बदले हैं। एक माह पहले 200 का बोरा बिका

इस वर्ष आलू की बेकद्री को देखते हुए कुछ किसानों ने ट्रैक्टर-ट्राली के माध्यम से नगर के विभिन्न तिराहे चौराहों पर आवाज लगाकर मात्र 200 रुपये में आलू की एक बोरी बेची थी। किसानों को उम्मीद नहीं थी इस तरह से अप्रत्याशित रूप से भाव बढ़ेंगे। ऐसे किसानों के सामने अब पछताने के सिवाय कुछ नहीं है।

रेट बढ़ने की वजह : अब आलू के भाव पिछले कई दिन से लगातार बढ़ रहे हैं। नवरात्र के बाद अचानक हुई बरसात के कारण पंजाब, हिमाचल प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों की फसल की खोदाई में देरी होने के कारण यहां के आलू के रेट में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होने की वजह से किसानों की बल्ले-बल्ले हो गई है। अच्छी किस्म का आलू एक हजार रुपये प्रति पैकेट से अधिक पहुंच गया है। एक पैकेट में औसतन 50-52 किलो होता है। दो दिन में डेढ़ गुना भाव

नवरात्र समाप्ति तक आलू करीब 500 रुपये प्रति बैग था, लेकिन उसके बाद हुई बरसात के बाद अचानक आलू के भाव में उछाल आया। जिन किसानों ने अभी तक अपनी फसल का सौदा नहीं किया था, वे खुश हो गए। सादाबाद क्षेत्र में मोटे आलू पैकेट का सौदा 850 से लेकर 1000 तक पहुंचता जा रहा है, जिसके कारण किसानों की बांछें खिली हैं। अभी आगरा से कम है यहां भाव

अच्छी किस्म का आलू जो अभी तक कोल्ड स्टोरेज में रखा हुआ है, किसानों ने अभी उसकी बिक्री नहीं की है। निश्चित रूप से अच्छी किस्म के आलू की अच्छी कीमत मिलनी प्रारंभ हो गई है। सादाबाद क्षेत्र में जहां 950 रुपये से लेकर 1000 में बिक्री हो रही है, वहीं आगरा में अच्छी किस्म के आलू की बिक्री 1200 तक पहुंच गई है। इसके कारण यहां के किसान भी अच्छे भाव मिलने का अनुमान लगाए बैठे हैं। शानदार होगा दीपोत्सव

दीपोत्सव आलू किसानों के लिए खुशी लेकर आया है, क्योंकि जो आलू नवरात्र से पहले तक 500 रुपये प्रति पैकेट था, वह 1000 तक पहुंच गया है। यह दीपोत्सव सुख समृद्धि लेकर आया है।

-उदयपाल सिंह, किसान जिस समय आलू की खोदाई हो रही थी, उस समय कीमतें अच्छी नहीं मिलीं। कुछ दिन पहले तक बेहतर भाव की उम्मीद ही छोड़ चुके थे, लेकिन किसानों पर लक्ष्मी जी की कृपा हो गई।

चंद्रवंशी, किसान निश्चित रूप से अभी और भाव बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि मैं अपना अधिकतर आलू बेच चुका हूं लेकिन जो शेष है उससे घाटा पूरा हो सकता है। इसलिए अब लालच न करके लगातार बचा आलू बेच रहा हूं।

नरेंद्र चौधरी,किसान आलू खोदाई से लेकर नवरात्र तक आलू की कीमत काफी कम थी, जिसके कारण किसान परेशान थे। 50 फीसद आलू की फसल सस्ते रेट पर बेच दी गई। 50 प्रतिशत फसल अभी शीतगृह में है, जिसमें से किसान बीज का आलू बोआई के लिए ले जाएंगे। शेष फसल पर वृद्धि का लाभ किसान को मिलेगा।

-गिरेंद्र चौधरी, निदेशक, कोल्ड स्टोरेज स्वामी

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