खेड़ा परसौली से भरा पर्चा, बिसरात का बना दिया प्रत्याशी

मुरसान ब्लाक में क्षेत्र पंचायत सदस्य के नामांकन में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 12:12 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 12:12 AM (IST)
खेड़ा परसौली से भरा पर्चा, बिसरात का बना दिया प्रत्याशी
खेड़ा परसौली से भरा पर्चा, बिसरात का बना दिया प्रत्याशी

जासं, हाथरस : मुरसान ब्लाक में क्षेत्र पंचायत सदस्य के नामांकन में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। यहां एक प्रत्याशी ने वार्ड संख्या 65 खेड़ा परसौली से नामांकन किया था, लेकिन अधिकारियों ने उसे वार्ड छह बिसरात गांव से प्रत्याशी बना दिया है। यहां तक कि चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिया है। प्रत्याशी ने एडीएम, रिटर्निंग अफसर से इस मामले की शिकायत की है। एडीएम ने आरओ से जांच कर रिपोर्ट मांगी है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए तीन और चार अप्रैल को नामांकन किए गए थे। पांच और छह अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की गई थी। बुधवार को नाम वापसी के साथ चुनाव चिह्न आवंटन की प्रक्रिया चली। यहां क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए वार्ड संख्या 65 गांव खेड़ा परसौली से नामांकन करने वाली सुमन देवी पत्नी वेद प्रकाश ने जब अपना वार्ड और चुनाव चिह्न देखा तो वह दंग रह गईं। उन्हें वार्ड संख्या छह गांव बिसरात से प्रत्याशी बना दिया गया। इसके लिए 'अलाव तापता आदमी' का चुनाव चिह्न आवंटित किया गया। गुरुवार को वह स्वजन के साथ शिकायत लेकर एडीएम के यहां पहुंचीं। एडीएम ने इस संबंध में मुरसान ब्लाक के क्षेत्र पंचायत सदस्य के आरओ डिपिन कुमार से जांच कर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा। इसके बाद वह रिटर्निंग अफसर डिपिन कुमार से शिकायत करने ब्लाक पर भी पहुंचीं।

कर्मियों पर लगाया मिलीभगत का आरोप

सुमन देवी और उनके स्वजन ने अधिकारियों के सामने पीड़ा व्यक्त की। कहा, अगर नामांकन पत्र में कोई गड़बड़ी होती तो पर्चा निरस्त कर दिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन के कार्य में लगे कर्मियों ने मिलीभगत कर उन्हें दूसरे गांव से प्रत्याशी बनवाया है, ताकि दूसरी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो सकें। उन्होंने कहा कि अब दूसरे गांव में जाकर कैसे चुनाव लड़ें।

नामांकन पत्र में छेड़छाड़

सुमन देवी और उनके स्वजन ने कलक्ट्रेट में एडीएम से शिकायत के बाद मुरसान ब्लाक पर जाकर रिटर्निंग अफसर से भी शिकायत की। सुमन देवी के अनुसार उनका मूल नामांकन पत्र देखा गया तो फार्म में वार्ड संख्या में छेड़छाड़ प्रतीत हो रही है। इसमें वार्ड 65 के स्थान पर ब्लेड अथवा पानी लगाकर उसे मिटाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने इसकी जांच कराने की मांग अधिकारियों से की है।

आखिर कैसे हुई गड़बड़ी

नामांकन पत्रों की दो दिन तक जांच की गई। तीसरे दिन चुनाव चिह्न आवंटित किए गए। नियमानुसार प्रत्याशी ब्लाक के किसी भी वार्ड अथवा गांव से पर्चा भर सकता है, बशर्ते वह उस विकासखंड का ही मूल निवासी हो। नामांकन पत्र में प्रत्याशी के साथ-साथ प्रस्तावक का भी शपथपत्र जमा होता है। नियमानुसार प्रस्तावक उसी वार्ड का होता है, जिस वार्ड से प्रत्याशी पर्चा भर रहा है। सुमन देवी के प्रस्तावक कमल सिंह खेड़ा परसौली वार्ड संख्या 65 के ही मूल निवासी हैं। ऐसे में सुमन देवी को वार्ड छह से प्रत्याशी बनाया जाने में अधिकारियों की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है।

इनका कहना है

खेड़ा परसौली के प्रत्याशी और उनके स्वजन शिकायत लेकर आए थे। उन्हें रिटर्निंग अफसर के समक्ष शिकायत देने के लिए भेज दिया था। आरओ से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है।

जेपी सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी।

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