दिनभर बाधित रहा कासगंज-बरेली मार्ग

मेंडू रेलवे फाटक पर पूरे दिन चला काम घंटों बिलबिलाए सैकड़ों मुसाफिर।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 01:15 AM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 01:15 AM (IST)
दिनभर बाधित रहा कासगंज-बरेली मार्ग
दिनभर बाधित रहा कासगंज-बरेली मार्ग

जागरण संवाददाता, हाथरस : पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा कासगंज रेल खंड में मेंडू फाटक पर मरम्मत कार्य के कारण दिनभर मथुरा बरेली राजमार्ग बाधित रहा। मेंडू के निकट की मुख्य क्रासिग संख्या 301ए को सोमवार को मरम्मत कार्य के कारण बंद रखा गया। इस फाटक पर मंगलवार को भी काम चलेगा। दिनभर काम चलने से दूसरे फाटक पर वाहनों का लोड बढ़ गया। इससे वहां जाम की स्थिति बनी रही। घंटों सैकड़ों मुसाफिर परेशान रहे। दुपहिया व कार चालकों को दिक्कत झेलनी पड़ी। तमाम वाहन दूसरे गांव के रास्ते से होकर निकलने के दौरान वहां भी फंसे रह गए।

बता दें कि एक महीने से पूर्वोत्तर रेल मंडल के अधीन आने वाले फाटकों पर मरम्मत का काम चल रहा है। मुरसान रोड के एक दर्जन से अधिक फाटकों पर काम हो चुका है। इससे पहले कंचना फाटक पर काम के कारण मथुरा-कासगंज मार्ग को रोकना पड़ा था। दूसरे रास्तों से होकर वाहनों को निकालना पड़ा था।

सोमवार को सुबह जब मेंडू फाटक पर काम चला तो मथुरा बरेली राजमार्ग के तमाम वाहनों को रास्ता बदलना पड़ा। इस मार्ग पर अब बड़े वाहनों को सिकंदराराऊ से अलीगढ़ होकर हाथरस आना पड़ा, क्योंकि इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। काम सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चला। रोजाना गुजरते हैं एक

लाख से अधिक वाहन

हाथरस के मेंडू क्रासिग से हर रोज एक लाख से अधिक वाहनों का आवागमन होता है, मगर क्रासिग पर काम चला तो इन वाहनों को दूसरे रास्तों से होकर निकलना पड़ा। तमाम वाहन कच्चे मार्ग पर फंस गए इसके कारण तमाम मुसाफिरों को गंतव्य तक जाने में देरी हुई। जिन वैकल्पिक मार्ग से छोटे वाहन निकल सके, उनमें गांव औंधुआ और मेंडू की तंग गलियां भी शामिल हैं। बड़े वाहनों को सिकंदराराऊ से अलीगढ़ के लिए डायवर्ट कर हाथरस लाया गया। पुलिस की निगरानी में चला काम

सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ धर्मेंद्र कुमार केन ने वाहनों को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ हाथरस सिटी, थानाध्यक्ष हाथरस जंक्शन, थानाध्यक्ष यातायात पुलिस हाथरस के अलावा प्रबंधक ट्रांसपोर्ट यूनियन हाथरस को सूचना दे दी थी, ताकि आम जन को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। फिर भी गैर जनपद या दूसरे शहरों से आए वाहन स्वामियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। टेंपो में मनमाना किराया वसूला

सिकंदराराऊ से हाथरस और हाथरस से सिकंदराराऊ जाने वाले मुसाफिरों को मार्ग पर कोई रोडवेज या प्राइवेट बस नहीं मिली तो उन्हें टेंपो का सहारा लेना पड़ा। इसका पूरा फायदा टेंपो वालों से दिनभर उठाया। हाथरस से सिकंदराराऊ के 30 रुपये की बजाय 50 रुपये वसूला जबकि मथुरा का किराया 52 रुपये की जगह 70 रुपये तक वसूला गया। दिनभर वाहनों के इंतजार में मुसाफिर परेशान रहे। ------------------- सुबह निरस्त बाद में

वक्त पर आ गई ट्रेन

जासं, हाथरस : इसे रेलवे विभाग की लापरवाही कहें या फिर जान बूझकर की गई गलती। सोमवार को जो पैसेंजर ट्रेन अपने तय वक्त पर आ रही थी उसके बारे में हाथरस जंक्शन प्रशासन ने सूचना दी कि उसे निरस्त कर दिया गया है। इसके कारण मुसाफिर निराश गए। कुछ मुसाफिर दूसरे साधनों से दिल्ली के लिए निकल भी गए, मगर कुछ देर में जिस टीएडी यानी टूंडला-अलीगढ़-दिल्ली पैसेंजर को निरस्त बताया गया था वह अपने सही वक्त पर हाथरस जंक्शन स्टेशन पर आ गई। ट्रेन को देख बचे-खुचे यात्री फटाफट अलीगढ़ और दिल्ली के टिकट खरीदे और उसमें सवार होकर निकल गए। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक पवन कुमार का कहना है कि टीएडी के निरस्त होने की कोई सूचना नहीं थी। समय पर गाड़ी आई और समय पर दिल्ली के लिए रवाना हुई। किसी ने अफवाह फैलाई होगी।

chat bot
आपका साथी