एडी बेसिक को निरीक्षण में मिली खामियां

एडी बेसिक अलीगढ़ ने शुक्रवार को चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने में खामिया मिली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 01:25 AM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 01:25 AM (IST)
एडी बेसिक को निरीक्षण में मिली खामियां
एडी बेसिक को निरीक्षण में मिली खामियां

संवाद सहयोगी,हाथरस: एडी बेसिक अलीगढ़ ने शुक्रवार को चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण करके हकीकत देखी। तीन विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाली परिवर्तन लागत की दो किस्तों का पैसा उनके अभिभावकों के खातों में नहीं भेजा गया। इस पर एडी बेसिक ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए परिवर्तन लागत के पैसे की किस्तों को तत्काल अभिभावकों के खातों में भेजने के निर्देश दिए।

एडी बेसिक अलीगढ़ डा. पूरन सिंह ने हसायन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय नगला सूआ का निरीक्षण किया। हेड शिक्षिका अंजूवाला व गौरव कुमार उपस्थित मिले। गत सत्र में योजनाओं का क्रियान्वयन सही मिला। दो विद्यार्थियों के जूते व मोजे, बैग रखे हुए मिले। कोरोना काल में परिवर्तन लागत की दूसरी किस्त 49 दिन व 138 दिनों का पैसा अभिभावकों के खातों में नहीं पहुंचा। एमडीएम के अभिलेख अपूर्ण मिले। आपरेशन कायाकल्प का कार्य पूरा नहीं कराया गया। विद्यालय में लगे पेड़ सूखे हुए मिले। प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर में जल भराव की स्थिति मिली है। आपरेशन कायाकल्प का कार्य पूर्ण नहीं है। प्राथमिक विद्यालय जैतपुर में भी परिवर्तन लागत की 49 व 138 दिनों की किस्त अभिभावकों के खाते में नहीं पहुंची है। विद्यालय की पीछे की दीवार गिर गयी है। आपरेशन कायाकल्प का कार्य पूर्ण नहीं है। संविलियत विद्यालय रामपुर में परिवर्तन लागत की 49 व 138 दिनों की किस्तें अभिभावकों के खाते में नहीं पहुंची है। आपरेशन कायाकल्प का कार्य पूर्ण नहीं है उपस्थित शिक्षकों ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर है। यदि छत की मरम्मत करा दी जाये तो वह सही हो सकता है। साथ ही भवन की तकनीकी जांच करा ली जाये, जिससे कि वस्तुस्थित का पता चल सके।

बालिका छात्रावास में गंदगी देख डीएम नाराज: रति का नगला विकासखंड हसायन में कार्यदायी संस्था यूपी सिडको द्वारा बनाए गए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास का जिलाधिकारी रमेश रंजन ने मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर के साथ औचक निरीक्षण किया। इस दौरान छात्रावास में साफ-सफाई दुरुस्त न मिलने पर नाराजगी जताई।

कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता आरके निरंजन ने बताया कि छात्रावास के निर्माण के लिए 2017 में स्वीकृति प्राप्त हुई थी, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। निर्माण कार्य के लिए 170 लाख रुपये की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गई थी। अभी लगभग 25 लाख रुपये का भुगतान अवशेष है। विद्युत कनेक्शन तथा बाथरूम में पानी सप्लाई की व्यवस्था की जानी है, पानी की व्यवस्था के लिए एक सबमर्सिबल तथा एक हैंडपंप प्रांगण में स्थापित किया गया है तथा पानी की निरंतर सप्लाई के लिए टंकी रखी गई है। छात्रावास में कुल 26 कमरे, एक डाइनिग हाल, किचन बनाया गया है। जिसमें से 13 कमरे भूतल तथा 13 कमरे प्रथम तल पर बनाए गए हैं। प्रत्येक कमरे में चार छात्राओं के रहने की व्यवस्था है। जिलाधिकारी ने साफ सफाई की व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था को तत्काल साफ सफाई, विद्युत कनेक्शन एवं पानी सप्लाई की व्यवस्था को संचालित कराने, साथ ही खिड़कियों पर जाली लगवाने, कमरों में पंखे एवं लाइट की व्यवस्था सुचारू रूप से करने तथा शेष कार्यों को तत्काल पूर्ण करने के निर्देश दिए।

chat bot
आपका साथी