गोबर और मिट्टी के दीयों से रोशन होंगे घर-आंगन

बाजार में गाय के गोबर और मिट्टी के दीये बिक्री के लिए तैयार आकर्षक बनाने के लिए भर रहे रंग।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 05:46 AM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 05:46 AM (IST)
गोबर और मिट्टी के दीयों से रोशन होंगे घर-आंगन
गोबर और मिट्टी के दीयों से रोशन होंगे घर-आंगन

जासं, हाथरस : दीपों का पर्व दीपावली पर आज भी घर-आंगन की की मुंडेर पर टिमटिमाते मिट्टंी के दीयों से पर्व की परंपरा जरूर निभाते हैं। इस बार भी बाजार में दीयों की खरीद-फरोख्त खूब चल रही है। मिट्टी के दीयों से लेकर गाय के गोबर के दीपक बाजार में उपलब्ध हैं। इन्हें आकर्षक रूप देने के लिए कलात्मकता के साथ रंगों का समावेश भी किया गया है। तेल और घी महंगा होने के बावजूद लोगों में दीपक खरीदने को लेकर क्रेज कम नहीं हुआ है।

बिजली की झालरों की सजावट के बावजूद घरों में पूजा के अलावा अन्य स्थानों पर दीये जलाने का क्रेज बढ़ा है। बाजार में 30-40 रुपये सैकड़ा के हिसाब से मिट्टी के दीपक उपलब्ध हैं। इसी प्रकार बड़े साइज के कच्ची और पक्की मिट्टी के दीयों की भी बिक्री हो रही है। बाजार में डाई या मशीन से तैयार दीये भी उपलब्ध हैं। जो देखने में आकर्षक लगते हैं। इनकी सुंदरता और बढ़ाने के लिए उन पर रंग किया गया है। इस काम से जुड़े लोग सरकार से प्रोत्साहन की मांग करते हैं। गोबर के दीपक शानदार

गाय के गोबर से तैयार दीपक भी कम आकर्षक नहीं है। आप उन्हें बिना हाथ में लिए उन्हें नहीं कह सकते कि यह गोबर के बने हैं। उन्हें बनाने में डाइ का प्रयोग किया जाता है। उसके बाद उनको रंगकर और अधिक आकर्षक बनाने की कोशिश की गई है। ये दीपक और अन्य सजावटी सामान मथुरा और आगरा से मंगाया जाता है। वर्जन --

हम कई साल से यह काम कर रहे हैं। लगातार महंगाई भी बढ़ती जा रही है। सरकार को कुम्हारी कला पर ध्यान देकर प्रोत्साहन देना चाहिए।

-चमन हम और हमारा परिवार इस काम को पीढि़यों से करते आ रहे हैं। अब आसानी से मिट्टी नहीं मिल रही है। कई बार मांग कर चुके हैं मगर मिट्टी के पट्टे नहीं मिल रहे।

-नूर बेगम

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