छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बंद मिले, डीएम नाराज

जिलाधिकारी रमेश रंजन ने मासिक समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:27 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 01:27 AM (IST)
छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर  बंद मिले, डीएम नाराज
छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बंद मिले, डीएम नाराज

जासं, हाथरस : जिलाधिकारी रमेश रंजन ने मासिक समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए। बैठक से पूर्व जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पांच लाभार्थियों को आयुष्मान प्रमाण पत्र वितरित किए।

लंबित भुगतानों को करते हुए दस दिन में प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। समय से रिपोर्ट उपलब्ध न किए जाने पर संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सादाबाद में 14 में से छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बंद पाए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तैनात कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने टीकाकरण में प्रगति संतोषजनक न होने पर सीएमओ को अपने स्तर से समीक्षा करने के निर्देश दिए। कुपोषण के कारण नहीं हो पाता विकास

आइसीडीएस विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह सात सितंबर से 30 सितंबर के विशेष अभियान के अंतर्गत की गई कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा बैठक कलक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर की अध्यक्षता में की गई। सीडीओ ने कहा कि कुपोषण की वजह से व्यक्ति का सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है जिससे उसकी कार्य क्षमता घटती है। इसका दुष्परिणाम अंतत: उस व्यक्ति के साथ साथ परिवार, समाज एवं देश को भी भुगतना पड़ता है। एक से छह वर्ष के बीच के बच्चों को तथा धात्री एवं गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से मुक्त बनाना ही इस अभियान का उद्देश्य है। नवलपुर के प्राथमिक विद्यालय

में भरा है पानी, बच्चे परेशान

संसू, सहपऊ : क्षेत्र में दो दिन हुई बारिश से गांव नवलपुर के प्राथमिक विद्यालय में पानी भर गया है। प्रभारी प्रधानाध्यापक मानवेंद्र सिंह ने बताया कि उक्त विद्यालय का अभी तक कायाकल्प नहीं हुआ है। विद्यालय में गांव का पानी आता है। सालभर जल भराव की समस्या बनी रहती है। बीईओ विपिन कुमार तिवारी का कहना है कि लिखित शिकायत के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है। बच्चों को स्कूल आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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