हाथरस सिटी स्टेशन भी होगा साफ-सुथरा
चीफ आपरेटिग मैनेजर के निर्देश पर भेजा सफाईकर्मियों का प्रस्ताव फिलहाल एक संविदा सफाई कर्मी के सहारे चल रही सफाई व्यवस्था।
जासं, हाथरस : अब वह दिन दूर नहीं, जब हाथरस सिटी स्टेशन पूरी तरह से साफ-सुथरा नजर आएगा। साफ-सफाई बेहतर रहे, इसके लिए सफाई कर्मचारियों को बढ़ाने का प्रस्ताव मांग लिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही पांच सफाईकर्मी मिलेंगे। फिलहाल बरसों से एक संविदाकर्मी के हवाले पूरे स्टेशन और कालोनी की सफाई व्यवस्था है।
दर्जनों ट्रेनें और हजारों मुसाफिर
हाथरस सिटी स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन में आता है। कोरोना काल से पहले तक यहां दर्जनों ट्रेनों का ठहराव और हजारों मुसाफिर निकलते थे, मगर अब कुछ ट्रेनों के निरस्त होने से भीड़भाड़ कुछ कम निकल रही है। आने वाले दिनों में ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो मुसाफिर भी सफर के लिए निकलेंगे। इस स्टेशन से लाखों रुपये की आमदनी रेलवे को होती है, मगर स्थाई सफाईकर्मी बरसों से नियुक्त नहीं हैं। सब राम भरोसे चल रहा है।
सीओएम के सामने उठा था मामला
दैनिक जागरण ने स्टेशन पर साफ- सफाई व्यवस्था के लिए सफाई कर्मियों के न होने की बात चीफ आपरेटिग मैनेजर के सामने उठाई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओएम ने स्टेशन अधीक्षक राकेश रंजन से प्रस्ताव मांग लिया, ताकि स्टेशन परिसर और कालोनी में साफ-सफाई हो सके। स्टेशन अधीक्षक ने पांच और सफाईकर्मियों का प्रस्ताव भेजा है। उम्मीद है कि जल्द ही प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। बोले मुसाफिर
फिलहाल स्टेशन परिसर में गंदगी का आलम रहता है। स्टेशन का प्रतीक्षालय, प्लेटफार्म, परिसर और कालोनी की सड़कों की सफाई का काम महज एक संविदाकर्मी करता है जो नाकाफी है।
अरविद कुमार, मुसाफिर साफ-सफाई न हो पाने के कारण स्टेशन परिसर गंदा रहता है, बाकी कसर बंदर पूरी कर देते हैं। बंदरों का झुंड गंदगी फैला देता है। कम से कम तीन चार बार साफ-सफाई की जरूरत है, जिसके लिए पांच सफाई कर्मी हों।
ज्योति, मुसाफिर