धर्म की रक्षा को अवतार लेते हैं भगवान : सीपुजी
खाटू श्याम मंदिर में भागवत कथा का तीसरा दिन बुधवार की कथा में श्रीकृष्ण जन्म उत्सव का प्रसंग होगा।
संस, हाथरस : शहर के खाटू श्याम मंदिर में चल रही भागवत कथा के तीसरे दिन आचार्य सीपुजी महाराज ने कहा कि भगवान धर्म और अपने भक्तों की रक्षा के लिए अवतार लेते हैं और भक्त का कल्याण करते हैं। जो लोग भगवान या भगवान के नाम के संकीर्तन का विरोध करते हैं, उनका भी उद्धार भगवान के हाथों होता है। नरसिंह अवतार इसका प्रमाण है। भगवान की परीक्षा में अमरत्व कल्याण का तत्व छुपा होता है जैसे वामन अवतार में परमात्मा ने दानवीर राजा का भी कल्याण किया।
कथा के दौरान आचार्य सीपुजी ने कहा कि भक्त को भक्ति की परीक्षा के द्वारा भवसागर से पार जाना पड़ता है, तब भक्ति प्रेरक का रूप लेती है और प्रभु की कृपा से तृप्त होती है। उन्होंने कहा कि हिरण्यकशिपु के अत्याचार से धर्म की हानि तो हो ही रही थी, साथ ही भक्तों को भगवान का आश्रय मिलने की प्रामाणिकता पर भी संदेह हो रहा था। इसके कारण ही अमरता के वरदान से उपकृत प्रह्लाद के पिता को मोक्ष देने भगवान को नरसिंह रूप में आना पड़ा। बुधवार को श्रीकृष्ण जन्म उत्सव का प्रसंग कथा में होगा।
कथा में आशीष गौड़, उपनीत गौड़, राहुल गौड़, माधव सिघल, विशाल दुबे, संदीप शांडिल्य, दिनेश यादव, गोपाल, मुकेश वर्मा, शरद शर्मा, भानु, शुभम अग्रवाल मोनू ऊन वाले, सौरभ सिघल, प्रदीप कनोडिया, शुभम, अर्चना खंडेलवाल, नीतू गौड़, ज्योति गौड़, लक्ष्मी गौड़ उपस्थित थीं। ज्ञान के दीपक से मिटता है अज्ञान रूपी अंधकार
संसू, सादाबाद : स्थानीय शिव शक्ति भवन पर उमंग-उत्साह व श्रद्धा के साथ ब्रह्माकुमारियों ने अन्नकूट का ब्रह्मा भोज कार्यक्रम का आयोजन किया। शिव शक्ति भवन में तपस्या के लिए बना बाबा का कमरा व हाल को रंग-बिरंगी विद्युत लड़ियों व रंगोलियों से सजाया गया। गीत, नृत्य, संगीत आदि का रंगारंग कार्यक्रम हुआ।
हाथरस जनपद क्षेत्र के राजयोग केंद्रों की निर्देशिका ब्रह्माकुमारी सीता दीदी ने सर्वप्रथम परमात्मा शिव को अन्नकूट का भोग चढ़ाया।
कहा कि जैसे दीपक जलने से अंधकार समाप्त होता है, वैसे ही ज्ञान के दीपक से अज्ञान का अंधकार समाप्त होता है। हम सब मिलकर अपने अंदर मानवीय व सामाजिक मूल्य लाने का संकल्प लें, ताकि संसार में बढ़ते विकारों को समाप्त कर सकें। गायक सचिन अग्रवाल ने कृष्ण के भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
हाथरस क्षेत्र के राजयोग केंद्रों की सह निर्देशिका व वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने अन्नकूट के प्रसाद की मान्यता के आध्यात्मिक रहस्यों से अवगत कराया। कहा कि अन्नकूट में सभी सब्जियों को मिलाकर प्रसाद बनाया जाता है। ऐसे ही हम सभी मिलकर आपस में एकमत होकर रहें और अपने मन से घृणा, नफरत, वैर, विरोध, दुर्गुणों व विकारों से मुक्त हों। मुरसान से ब्रह्माकुमारी बबिता बहन, सासनी से शोभा बहन, समाजसेविका गीता गौड़, मिथलेश बहन, गोविदपुर से सुभाष चौधरी, हीरालाल, राधा बहन, रामबाबू बघेल, कमलेश बहन ने भाग लिया।