बुखार से बालिका व डेंगू से छात्र की मौत

हाथरस जंक्शन के गांव बोनई में देर रात को बीमार बालिका की हुई मौत सेंट फ्रांसिस स्कूल के छात्र ने आगरा के अस्पताल में तोड़ा दम मुरसान पुरदिलनगर और कुरसंडा में 12 लोग बुखार से पीड़ित मिले।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 04:14 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 04:14 AM (IST)
बुखार से बालिका व डेंगू से छात्र की मौत
बुखार से बालिका व डेंगू से छात्र की मौत

जागरण टीम, हाथरस : हाथरस जंक्शन के गांव बोनई में रविवार रात 12 वर्षीय बालिका रेशु की बुखार से मौत हो गई। वहीं सेंट फ्रांसिस इंटर कालेज में कक्षा आठ में पढ़ने वाले सिद्धांत उपाध्याय की शनिवार सुबह डेंगू के कारण उपचार के दौरान आगरा के निजी अस्पताल में मौत हो गई। सोमवार को इंटर कालेज में शोक अवकाश कर दिया गया। मुरसान, पुरदिलनगर और कुरसंडा में 12 लोग बुखार से पीड़ित है।

हाथरस जंक्शन थाना क्षेत्र के गांव बोनई की 12 वर्षीय रेशु के पिता छत्रपाल सिंह ने बताया कि कई दिन से बच्ची को बुखार और पेट दर्द की शिकायत थी। गांव में ही उसका उपचार कराया था। रविवार रात को तबीयत बिगड़ने पर उसे हाथरस ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बोनई की ही एक अन्य 13 वर्षीय बच्ची अंजली को बुखार के कारण उपचार के लिए अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल ले गए हैं। कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के गांव रुहेरी के निकट स्थित गांव शाहपुर खुर्द निवासी योगेश उपाध्याय का बेटा सिद्धांत उपाध्याय सेंट फ्रांसिस इंटर कालेज में कक्षा आठ में पढ़ता था। उसे दस सितंबर को हल्के बुखार की शिकायत हुई। स्वजन ने उसे दवा दिला दी। उसकी हालत लगातार बिगड़ने लगी तो 11 सितंबर को आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां पर उसकी डेंगू की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई। उसका उपचार शुरू हुआ, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। इस बात की जानकारी स्कूल प्रशासन को हुई तो उन्होंने भी छात्र की मौत पर सोमवार को शोक व्यक्त किया। विद्यालय ने जारी शोकपत्र में बच्चे की मौत का कारण डेंगू लिखा है।

कुरसंडा व पुरदिलनगर में

बुखार से स्थिति खराब

डेंगू और बुखार का प्रकोप कुरसंडा में लगातार बढ़ता जा रहा है। कुरसंडा के बाद थलूगढ़ी में बुखार ने पैर पसार लिए थे। अब धीरे-धीरे यह बुखार नगला मोहन, लालगढ़ी तथा अन्य गांवों में भी पहुंचता जा रहा है, जिससे कुरसंडा पंचायत की स्थिति बहुत ही दयनीय होती जा रही है। 11 वर्षीय खुशी और 24 वर्षीय सूरज को डेंगू की आशंका पर स्वजन आगरा ले गए। सूरज की तबीयत में सुधार न होने पर स्वजन उसे नोएडा के एक निजी अस्पताल में ले गए। गांव के ही 17 वर्षीय शिवम, 12 वर्षीय देव कुमार, 24 वर्षीय नीरज देवी, 22 वर्षीय मानवेंद्र को बुखार होने पर आगरा में भर्ती कराया गया। पुरदिलनगर में डेंगू के दस केस निकलने के बाद पिछले दो दिन से ग्रामीण दहशत में हैं। लगातार शिविर लगाकर मरीजों को दवाई वितरित कराई जा रही है। इसके साथ ही अधिकारियों की नजर बुखार और डेंगू संक्रमित मरीजों पर लगी हुई हैं। गांव पचौं में पहुंचे एसीएमओ

सिकंदराराऊ के ग्राम पचौं में सोमवार दोपहर को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विजेंद्र सिंह ने भ्रमण किया। ग्रामीणों को समझाया कि घर में रखे विभिन्न पात्रों के माध्यम से पानी जमा न होने दें। फ्रिज की ट्रे, कूलर के पानी को बदलते रहना चाहिए। गमलों में पानी जमा न होने दें। बुखार होने पर तुरंत मलेरिया, डेंगू तथा कोरोना जांच आवश्यक रूप से करानी चाहिए। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डा. रजनीश कुमार, वीसीपीएम राम सिंह जादौन उपस्थित थे। इनका कहना है

बालिका और छात्र की मौत के कारणों की जानकारी की जा रही है। रिपोर्ट मंगाई गई हैं। बुखार और डेंगू के प्रकोप को देखते हुए गांवों में लगातार टीमों के द्वारा दवाई वितरित कराई जा रही है।

-डा. सीएम चतुर्वेदी, सीएमओ, हाथरस।

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