ड्रोन कैमरे से सर्वे कर दे रहे घरौनी प्रमाणपत्र
व्यवस्था हाथरस सासनी और सिकंदराराऊ में कराया सर्वे सादाबाद ब्लाक पर चल रहा है काम।
जागरण संवाददाता, हाथरस : गांवों में रहने वाले लोगों को उनकी आवासीय संपत्तियों का मालिकाना हक दिलाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना को लेकर अच्छी खबर है। जनपद के हाथरस, सासनी और सिकंदराराऊ ब्लाक में ड्रोन से सर्वे कर लिया गया है, जबकि सादाबाद ब्लाक पर काम चल रहा है।
आवासीय संपत्तियों का सर्वे
पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया था। योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय संपत्तियों का ड्रोन के जरिए हवाई सर्वेक्षण का कार्य जुलाई में शुरू हुआ। हर जिले में चरणों के हिसाब से इस योजना को लागू कराने के आदेश दिए गए थे। ऐसे में हाथरस जनपद में पहले चरण में 218 गांवों का सर्वे पूरा कर लिया गया है। सर्वे करने का काम अर्थ इंडिया कंपनी को दिया गया है, जिसने अभी तक 183 नक्शा एडीएम कार्यालय को मुहैया करा दिए हैं। इसके अलावा नक्शे का मिलान करने के लिए प्रशासन की टीमें लगा दी गई हैं। टीमों में लेखपाल भी शामिल हैं। डीएम स्तर से इसकी समीक्षा की जा रही है। 15 अगस्त पर 36 लोगों को घरौनी प्रमाणपत्र सौंपे जाने हैं। जनपद में फिलहाल 574 गांवों का सर्वे कराया जाना है। कर्ज लेने में होगी आसानी
योजना के तहत संपत्ति का रिकार्ड बनाया जाएगा। उसका स्वामित्व भी पारदर्शी रूप से तैयार किया जाएगा। पात्रता के आधार पर स्वामित्व प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे। योजना से लाभ पाने के बाद ग्रामीणों को अपने आवास के संबंध में किसी रिकार्ड की जरूरत नहीं होगी और उनको अपनी संपत्ति पर सीधे स्वामित्व का अधिकार मिल जाएगा। इसके माध्यम से लोग बैंक से लोन भी ले सकेंगे। सरकारी जमीन की भी पहचान लेखपालों द्वारा करने के बाद ग्राम सभा में आबादी और सुरक्षित की गई जमीन की भी पहचान हो जाएगी। जिन लोगों ने सुरक्षित जमीन पर मकान बना लिए हैं, उनकी पहचान करके उनके खिलाफ भूमाफिया के तहत कार्रवाई होगी।
वर्जन
सर्वे में प्रत्येक मकान की घरौनी को तैयार किया जाएगा, इससे भविष्य में भू-स्वामी को घरौनी का प्रमाणपत्र आसानी से मिल सकेगा। 15 अगस्त पर चिह्नित लोगों को घरौनी प्रमाण पत्र प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
-जेपी सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व हाथरस।