हाथरस में तीन तस्करों से एक करोड़ रुपये का गांजा बरामद

सासनी पुलिस ने लोहर्रा रोड बंबा के निकट मैक्स पिकअप गाड़ी पकड़ी गाड़ी में 615 किलो गांजा बरामद केरल से मंगाकर रखने जा रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 04:16 AM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 04:16 AM (IST)
हाथरस में तीन तस्करों से एक करोड़ रुपये का गांजा बरामद
हाथरस में तीन तस्करों से एक करोड़ रुपये का गांजा बरामद

संवाद सूत्र, हाथरस : कोतवाली सासनी पुलिस ने गांजा तस्करों से बड़ी खेप पकड़ी है। चेकिग के दौरान गुरुवार देर रात लोहर्रा बंबे की पुलिया के पास चेकिग के दौरान एक मैक्स पिकअप गाड़ी पकड़ी। उसमें एक करोड़ रुपये कीमत का 615 किलो गांजा बरामद हुआ। गाड़ी के साथ तीन शातिर तस्करों को भी दबोचा। एसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।

शुक्रवार दोपहर कोतवाली सासनी में पत्रकार वार्ता कर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि गुरुवार रात कोतवाली सासनी इंस्पेक्टर गौरव सक्सेना लोहर्रा बंबा की पुलिया के पास अपनी टीम के साथ चेकिग कर रहे थे। तभी मैक्स पिकअप गाड़ी को पुलिस ने रोका। गाड़ी में बड़ी मात्रा में गांजा था। तीन शातिर तस्करों को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान तस्करों ने अपने नाम गीतम सिंह व राजेश कुमार निवासीगण गांव विघैपुर थाना सासनी तथा जितेंद्र कुमार निवासी गांव पढ़ील, थाना इगलास (अलीगढ़) बताया। तस्करों के पास से मिले 615 किलोग्राम गांजे की कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई गई है। तस्कर केरल से गांजा मंगाकर उसे हाथरस सहित आसपास के जिलों में फुटकर लोगों को बेचा करते थे। केरल से मंगाकर किराए के मकान में रखते थे तस्कर

बड़ी कामयाबी

जिले में गांजा सप्लाई करने वाले शातिर तस्करों की गहरी हैं जड़ें

सादाबाद, सिकंदराराऊ और बिसावर में हो चुकी हैं पूर्व में बड़ी कार्रवाई संवाद सहयोगी, हाथरस : गांजे की तस्करी करने के लिए शातिर तस्करों को हाथरस जिले से मुफीद जगह कोई नहीं मिली। पिछले कई साल से गांजा तस्करी का काम किया जा रहा है। जिले में गांजा सप्लाई करने वाले तस्करों की जड़ें काफी गहरी हैं। शुक्रवार को सासनी पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों तस्कर गांजे की सप्लाई केरल से कराते थे।

सासनी पुलिस ने चेकिग के दौरान पकड़े तीनों गांजा तस्करों से कड़ाई से पूछताछ की उन्होंने अपने राज पुलिस को बता दिए। गांजा तस्करी करने वाले लंबे समय से इस कार्य में लिप्त थे। गाड़ियों के जरिए केरल से गांजा मंगाया जाता था। तस्कर किराए पर मकान लेते थे, जहां रात के समय तस्करी के गांजे को रखते थे। माल मंगाने के बाद हाथरस सहित आसपास के जिलों में गांजे के छोटे पैकेज बनाकर सप्लाई किया करते थे। जिले में मजबूत हैं तस्करी की जडे़ं

युवा पीढ़ी को गांजा पीने की लत लग जाने के कारण इसकी डिमांड जिले तथा आसपास के जिलों में अधिक है। गांजा तस्करी करने वाले गिरोह की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी तस्करी रुकी नहीं। पिछले कुछ सालों में सिकंदराराऊ, सादाबाद और कोतवाली हाथरस गेट पुलिस बड़ी मात्रा में गांजा पकड़ चुकी है। लगातार कार्रवाई होने के बाद भी तस्करी जारी है।

chat bot
आपका साथी