संरक्षण के अभाव में कम हो रहा वन क्षेत्र

प्रतिवर्ष एक से डेढ़ फीसद कम हो रहा वन क्षेत्र वर्तमान में 1600 हेक्टेयर में है जंगल।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 01:10 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 01:10 AM (IST)
संरक्षण के अभाव में कम हो रहा वन क्षेत्र
संरक्षण के अभाव में कम हो रहा वन क्षेत्र

संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले में हरियाली लाने के लिए पौधारोपण का लक्ष्य बढ़ा दिया जाता है, फिर भी अवैध कटान होने से वन क्षेत्र हर साल घट रहा है। पिछले कई वर्षाें में लगातार वन क्षेत्र में गिरावट आ रही है। वर्तमान में वन क्षेत्र का आंकड़ा 1600 हेक्टेयर रह गया है। आंकड़ों की मानें तो हर वर्ष वन क्षेत्र एक से डेढ़ फीसद कम हो जाता है। वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए वन विभाग अब पौधारोपण का लक्ष्य बढ़ाने की कवायद कर रहा है।

वृक्षों से पर्यावरण संतुलन बना रहता है। प्रदूषण की समस्या कम होती है। जिले में वन क्षेत्र संरक्षित रखने की जिम्मेदारी वन विभाग को सौंपी गई है। वन विभाग द्वारा अलग-अलग रेंजों में ड्यूटी लगाकर वनों की सुरक्षा की जाती है। इसके बाद भी वृक्षों का अवैध कटान नहीं रुक पा रहा है। इसे रोकने के लिए समय-समय पर चेकिग अभियान तो चलाए जाते हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव में अभियान जोर नहीं पकड़ पाते। इधर पौधारोपण अभियान के तहत लगाए जाने वाले लाखों पौधे संरक्षण के अभाव में दम तोड़ देते हैं। नहीं बढ़ पा रहा वन क्षेत्र

राष्ट्रीय वन नीति 1988 के मुताबिक 33 फीसद व उत्तर प्रदेश वन नीति 1958 के मुताबिक कम से कम 20 फीसद क्षेत्र में वन होना चाहिए। जिले की बात करें तो यहां केवल 0.68 फीसद ही वन क्षेत्र है। वन नीति लागू होने के 60 साल बाद भी हम एक फीसद तक भी नहीं पहुंच सके हैं। लगातार हो रहे औद्योगीकरण, रिहायशी इलाके, विकास कार्याें में इजाफे के चलते वन क्षेत्र कम हो रहा है। जिले में आगरा-अलीगढ़ और दिल्ली-कानपुर हाईवे के चौड़ीकरण में हजारों पेड़ कटने से भी वन क्षेत्र कम हुआ है। परेशानी की बात यह है कि जनपद में पौधारोपण के लिए जमीन न होने के कारण वन क्षेत्र नहीं बढ़ पा रहा है। आरा मशीनों पर पहुंचती है लकड़ी

जिले में तमाम आरा मशीनों का अवैध रूप से संचालन हो रहा है। इन्हीं पर अवैध रूप से काटे गए वृक्षों की लकड़ी को खपाया जाता है। यह लकड़ी भरे भैंसा बुग्गी, ट्रैक्टर-ट्राली व ट्रक रात में टालों पर पहुंचते हैं। वृक्षों का अवैध कटान सिकंदराराऊ, सासनी, सादाबाद क्षेत्रों में अधिक होता है। वन विभाग द्वारा पौधारोपण

वर्ष, हेक्टेयर में लगे पौधे

2021, 390

2020, 292

2019, 193

2018, 225

2017, 185 पांच वर्षों में पौधारोपण का हाल

वर्ष, रोपे गए पौधे

2017, 370160

2018, 1063725

2019, 1788000

2020, 1793650

2021, 2558128

इनका कहना है

वन आच्छादित क्षेत्र में कोई गिरावट नहीं आई है। पौधारोपण अभियान से वन क्षेत्र को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वन विभाग को 22 लाख का लक्ष्य दिया गया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर इस बढ़ाकर अब 25 लाख 58 हजार कर दिया गया है। अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधों के रोपण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

- वीके सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी

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