दूर नहीं हो रहा खाद का संकट

सादाबाद में आलू की बोआई प्रारंभ हो चुकी है लेकिन गांव देहात की सहकारी समितियों पर खाद के लाले पड़े होने की वजह से इन पर ताले पड़े हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 01:31 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 01:31 AM (IST)
दूर नहीं हो रहा खाद का संकट
दूर नहीं हो रहा खाद का संकट

संसू, हाथरस : सादाबाद में आलू की बोआई प्रारंभ हो चुकी है, लेकिन गांव देहात की सहकारी समितियों पर खाद के लाले पड़े होने की वजह से इन पर ताले पड़े हुए हैं। किसानों को महंगी खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है।

इन दिनों खेतों में आलू, गेहूं, सरसों आदि की बोआई शुरू होने जा रही है। खाद की कमी के चलते किसान महंगे दाम में खाद लेने को मजबूर हो रहे हैं। खाद न होने के कारण सहकारी समितियों पर सन्नाटा पसरा हुआ है इन समितियों को जहां लगातार 10-15 गाड़ी एक साथ मिलनी चाहिए, ताकि किसानों की समस्या दूर हो सके, लेकिन इन समितियों को मात्र एक या दो गाड़ी मिल पा रही है, जिसके कारण आने वाले खाद से किसानों का कोई भला नहीं हो पा रहा है। आलू की बोआई सिर पर होने के कारण तथा समितियों पर समुचित मात्रा में खाद उपलब्ध ना होने की वजह से किसानों को महंगा खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है।

किसानों की प्रशासन से मांग है कि जल्द ही सहकारी समितियों पर खाद मुहैया कराई जाए, जिससे कि अविलंब खेतों में खाद व दवाओं के छिड़काव किए जा सकें। क्षेत्र की सहकारी समिति नगला बीरबल, गोविदपुर, बिसावर सहकारी संघ बिसावर, गढ़उमराव, भुर्रका, तसींगा, इन समितियों पर डीए पी व यूरिया नहीं है। किसान मायूस होकर लौट रहे हैं। वहीं कुछ किसान फसल प्रभावित होती देख महंगे रेट पर निजी दुकानों से खाद लाकर बोआई कर रहे हैं। कई सहकारी समिति के सचिवों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मांग के अनुरूप खाद नहीं मिलने के कारण समितियों पर ताले लटके पड़े हैं।

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