लाठी और टार्च लेकर फसल की रखवाली कर रहे किसान
खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे गोवंश व जंगली जानवर सरकार के आदेश के बाद भी क्षेत्र में नहीं दिख रहीं अस्थाई गोशालाएं।
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद में बेसहारा पशुओं से फसलों को हो रहे नुकसान से बचाने के लिए किसानों को हाथ में टार्च व लाठी लेकर सर्द रातों में खेतों में खड़ी फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी शासन द्वारा बनाई गई गोशालाओं का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है।
अन्नदाताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब खेतों में खड़ी फसलों को लेकर वे परेशान हैं। इन फसलों को खुलेआम घूम रहे बेसहारा गोवंश बर्बाद कर रहे हैं। इस समय खेतों में आलू, सरसों, गेहूं, सब्जियों की फसलें खड़ी हैं। दिन व रात में घूमने वाले बेसहारा पशुओं के अलावा नील गाय, जंगली सूअर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों में गोशाला बनाने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद बिसावर से कुरसंडा तक अस्थाई गोशाला का प्रबंध नहीं किया गया है। सभी गोवंश खुले में घूमते हुए फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। इससे बचने के लिए किसानों को रात के समय कड़ाके ठंड में लाठी व टार्च लेकर खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है।
इनका कहना है
खेतों में सरसों, आलू व अन्य फसलें खड़ी हैं। इन्हें गोवंश व जंगली जानवरों से बचाने के लिए कटीले तार खेतों के चारों ओर लगाए गए हैं।
-घनश्याम सिंह, किसान सर्दियों में घर से निकलना भी मुश्किल होता है। ऐसे में खुले आसमान के नीचे जानवरों से फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है।
- खेम सिंह, किसान सरकार ने गोवंश के लिए गोशाला बनाने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद भी क्षेत्र में गोशाला नहीं होने से पशु किसानों के लिए मुसीबत बन गए हैं।
- राधेश्याम, किसान