हर घर जल योजना को लेकर डीएम ने ली क्लास
अमृत पेयजल योजना पर 3960.34 लाख की लागत काम तेजी पर काम में ढिलाई बरतने पर संबंधित विभाग पर होगी कड़ी कार्रवाई।
जासं, हाथरस : कलक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन 'हर घर जल योजना' की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी रमेश रंजन ने कार्य को समय से पूरा कराने के निर्देश दिए। कहा कि समय से कार्य पूर्ण न होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जमीन की उपलब्धता की सूची उपलब्ध कराने एवं कार्य को शुरू कराने के निर्देश दिए। जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके शर्मा ने बताया कि फर्म को दी गई योजनाएं ग्राम समूह (पुनर्गठन), एकल ग्राम (पुनर्गठन), एकल ग्राम खारा पानी की नई योजना की कुल संख्या 83 है तथा डीपीआर की प्रगति योजनाओं की संख्या 28 है। उन्होंने रेट्रोफिटिग स्कीम की जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत 38 योजनाओं में से 20 का कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष 18 योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। अमृत जलापूर्ति पेयजल योजना की स्वीकृति लागत 3960.34 लाख रुपये है, जिसमें से 3252.69 लाख रुपये अवमुक्त किया गया है। अमृत सीवर योजना के तहत फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (32 केएलडी) की स्वीकृति लागत 521.33 लाख रुपये है तथा कार्य पूरा करने की तिथि 30 सितंबर है जिसमें अब तक 85.18 लाख रुपये की धनराशि अवमुक्त हुई है। 32 केएलडी एफएसटीपी, ओपन टैंकों का कार्य 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। चारदीवारी, गेट, सीसी रोड, बिल्डिग कार्य एवं चौकीदार हट का निर्माण कार्य भी 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर, सहायक अभियंता लघु सिचाई, अधिशासी अभियंता सिचाई, सहायक अभियंता नलकूप विभाग तथा अर्थ एवं संख्याधिकारी उपस्थित रहे। सफाई कर्मियों की मांगें
दो दिन में पूरी करें
संस, हाथरस : उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष सतीश कुमार चौहान ने छह सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। इसमें उन्होंने आउटसोर्स सफाई कर्मियों की समस्याओं को दो दिन के अंदर निपटाने की चेतावनी दी। यह सफाई कर्मी नगर पंचायत सहपऊ में तैनात हैं। एसडीएम के आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार से सफाई कार्य पर लौटने की सहमति जताई है।