डीएम को हैरानी, 94 तालाबों में से सिर्फ पांच में ही पानी
सूखे से निपटने को अभी तक हैं आधे-अधूरे इंतजाम ईओ नहीं बता सके डाटा डीएम ने जताई नाराजगी
जागरण संवाददाता, हाथरस: गर्मियों में संभावित सूखे को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर से तैयारियां की जाती हैं, जिससे आपातकालीन परिस्थिति से निपटा जा सके। डीएम तब हैरान रह गए जब बताया गया कि 94 तालाबों में से सिर्फ पांच तालाब में ही पानी है।
मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन की बैठक हुई, जिसमें डीएम प्रवीण कुमार ने सूखा से निपटने के लिए संबंधित विभागों के इंतजाम परखे।
डीएम ने सबसे पहले सिचाई विभाग के अधिकारियों से सूखा से निपटने के इंतजामों की जानकारी की। सिचाई विभाग के आंकड़े जानकर डीएम भी हैरान रह गए। विभाग के अधीन 94 तालाब हैं, जिन्हें नहरों से भरा जाता है। इनमें से मात्र पांच तालाब ही भरे हुए हैं। इस स्थिति पर डीएम ने कार्रवाई की चेतावनी दी। जिला कृषि अधिकारी डिपिन कुमार से सिचाई की जानकारी ली। उन्होंने बताया कुल क्षेत्रफल का लगभग आठ फीसद नहरों तथा 90 फीसद सिचाई नलकूपों के माध्यम से होती है। ईओ नगर पालिका हाथरस से हैंडपंप की स्थिति के बारे में जाना। ईओ सही डाटा डीएम को नहीं दे सके। इस पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। जल निगम के अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर हैंडपंप, नलकूप आदि की स्थिति देखने के निर्देश दिए। तालाबों को निजी नलकूप व अन्य माध्यमों से भरवाने के निर्देश दिए। एसई, हाइडिल को ढीले तार व ट्रांसफार्मर ठीक कराने के निर्देश दिए, जिससे किसानों की फसलों को नुकसान न पहुंचे। नहरों को रोस्टर के अनुसार चलाने व सफाई कराने के लिए कहा। नहरों के अवैध कटान एफआइआर के निर्देश दिए। सीएमओ को स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
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स्टॉक में रखें पेट्रोल व डीजल
डीएसओ सुरेंद्र यादव से सूखा से निपटने की तैयारियां के अंतर्गत प्रत्येक पेट्रोल पंप संचालक को दो-दो हजार लीटर डीजल एवं एक-एक हजार लीटर पेट्रोल सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा एलपीजी गैस वितरकों 50-50 गैस सिलेंडर रिजर्व में रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि केरोसिन पर्याप्त मात्रा में है।
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